प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस, मरीज की मौत के बाद मचा बवाल, CMO ने उठाया बड़ा कदम

Mousambi juice Instead of platelets, patient died, CMO said this :

  •  
  • Publish Date - October 21, 2022 / 01:07 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:43 PM IST

प्रयागराज: Mousambi juice Instead of platelets : प्रयागराज जिले में डेंगू के एक मरीज को प्लेटलेट्स की जगह कथित रूप से मौसम्बी का जूस चढ़ाए जाने को लेकर यहां एक निजी अस्पताल को बृहस्पतिवार को सील कर दिया गया। मरीज की बाद में मौत हो गई। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो प्रसारित होने के बाद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के ट्वीट और उनके आदेश पर जिला प्रशासन हरकत में आया और उस अस्पताल को सील कर दिया गया, जहां मरीज को कथित तौर पर मौसम्बी का जूस चढ़ाया गया था।

Read More : ‘भर्ती नहीं हुई तो जारी रहेगा प्रदर्शन’ TET पास अभ्यर्थियों ने किया ऐलान, इलाके में धारा 144 लागू

किसी अन्य चिकित्सा केंद्र से लाए थे प्लेटलेट्स

अधिकारियों ने बताया कि मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ने के बाद उसे शहर के दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। बहरहाल, इस घटना के संबंध में स्थानीय पुलिस थाने में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। निजी अस्पताल के मालिक ने दावा किया कि प्लेटलेट्स किसी अन्य चिकित्सा केंद्र से लाए गए थे और तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के बाद मरीज को दिक्कत होने लगी थी।

उपमुख्यमंत्री पाठक ने ट्वीट किया, ‘‘जनपद प्रयागराज में झलवा स्थित ग्लोबल अस्पताल द्वारा डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस चढ़ा देने के वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा दिए आदेशों के क्रम में अस्पताल को तत्काल सील कर दिया गया है और प्लेट्लेट्स पैकेट को जांच के लिए भेजा गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि अस्पताल प्रबंधन दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’

Read More : स्कूल में छात्रा का कपड़ा उतरवाने का मामला: मासूम की दर्दनाक मौत के बाद अब सामने आया समाज, सरकार से की ये मांग

CMO के निर्देश पर अस्पताल सील

सूत्रों के अनुसार, मरीज की मौत ‘‘गलत प्लेट्लेट्स’’ चढ़ाए जाने के कारण हुई और इन प्लेट्लेट्स के नमूनों की जांच की जाएगी। धूमनगंज थाना क्षेत्र के तहत आने वाले अस्पताल को सील करने का कारण पूछे जाने पर एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के निर्देश पर अस्पताल को सील किया गया है और नमूने की जांच होने तक अस्पताल सील रहेगा।

यह पूछे जाने पर कि नमूने की जांच कौन करेगा, उन्होंने कहा कि पुलिस इसकी जांच औषधि निरीक्षक से कराएगी। वहीं, धूमनगंज स्थित अस्पताल के मालिक सौरभ मिश्रा ने बताया कि प्रदीप पांडेय डेंगू से पीड़ित था और वह उनके अस्पताल में भर्ती हुआ था। उन्होंने कहा कि मरीज का प्लेटलेट्स का स्तर गिरकर 17,000 पर आने के बाद उसके तीमारदारों को प्लेटलेट्स लाने को कहा गया।

Read More : ‘सामूहिक बलात्कार की कहानी झूठी’ गाजियाबाद ‘निर्भयाकांड’ को लेकर पुलिस ने किया बड़ा दावा

प्लेटलेट्स की बोतल पर एसआरएन का स्टिकर

उन्होंने बताया कि मरीज के तीमारदार स्वरूप रानी नेहरु (एसआरएन) चिकित्सालय से पांच यूनिट प्लेटलेट्स लेकर आए, लेकिन तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद मरीज को दिक्कत हुई तो चिकित्सकों ने प्लेटलेट्स चढ़ाना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स की जांच करने की कोई सुविधा उनके अस्पताल में नहीं है। मिश्रा ने कहा कि जो प्लेटलेट्स मरीज को नहीं चढ़ाए गए, उनकी जांच कराई जानी चाहिए कि ये प्लेटलेट्स कहां से लाए गए। उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स की बोतल पर एसआरएन का स्टिकर लगा हुआ है। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने प्लेटलेट्स की जांच के बारे में पूछे जाने पर कहा, “प्लेटलेट्स की जांच भी हो जाएगी। हम इस पूरे मामले की जांच कराएंगे।”

Read more: IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें