कोहिमा, 12 अगस्त (भाषा)नगालैंड में मंगलवार को एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए दो महीने का अभियान शुरू किया गया। देश में एचआईवी प्रसार दर के मामले में नगालैंड दूसरे स्थान पर है।
नगालैंड के स्वास्थ्य मंत्री पी पैवांग कोन्याक ने इस दो महीने तक चलने वाले अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि हालांकि महामारी में लगातार कमी आ रही है, लेकिन अब भी राज्य की 1.37 प्रतिशत वयस्क आबादी (15-49 वर्ष) इससे प्रभावित है।
उन्होंने आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘संक्रमण मुख्य रूप से असुरक्षित यौन संबंध (85 प्रतिशत) के माध्यम से होता है, इसके बाद नशीली दवाओं के इंजेक्शन के उपयोग (8.7 प्रतिशत) और संक्रमित माता-पिता से अजन्मे बच्चों (5.4 प्रतिशत) में होता है।’’
कोन्याक ने बताया कि जून तक राज्य में एचआईवी से पीड़ित 15,323 लोग एंटी-रेट्रोवायरल उपचार प्राप्त कर रहे थे।
मंत्री ने कहा कि अभियान को एक ऐसा आंदोलन बनना चाहिए, जहां ‘‘ज्ञान बीमारी से अधिक तेजी से फैलता है, आशा भय से अधिक दूर तक फैलती है, तथा कर्म, अज्ञानता से अधिक प्रभावशाली होता है।’’
उन्होंने कहा कि अभियान के तहत नगालैंड के शहरी और ग्रामीण दोनों समुदायों से संपर्क किया जाएगा और यह न केवल सूचना, बल्कि आशा का भी प्रसार करेगा।
राज्य के स्वास्थ्य सचिव अनूप खिंची ने बताया कि अभियान में मुख्य रूप से सुरक्षित प्रथाओं को बढ़ावा देने, इसको लेकर सामाजिक कलंक को कम करने तथा जांच और उपचार को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
नगालैंड राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी (एनएसएसीएस) के परियोजना निदेशक आहू सेखोसे ने कहा कि अभियान के तहत 520 विद्यालयों, 110 महाविद्यालयों और 520 गांवों को तक पहुंचा जाएगा, तथा लोक कला, नुक्कड़ नाटक, जागरूकता सत्र और सामुदायिक संपर्क कार्यक्रमों के माध्यम से 5,200 परिवारों तक पहुंचा जाएगा।
भाषा
धीरज दिलीप
दिलीप