एनएसयूआई ने रोजगार देने में सरकार के खराब रिकॉर्ड को उजागर करने के लिए अभियान शुरू किया

एनएसयूआई ने रोजगार देने में सरकार के खराब रिकॉर्ड को उजागर करने के लिए अभियान शुरू किया

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  • Publish Date - January 30, 2021 / 06:30 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:35 PM IST

नयी दिल्ली, 30 जनवरी (भाषा) कांग्रेस से संबद्ध एनएसयूआई ने शनिवार को देश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में केंद्र सरकार के ‘खराब रिकॉर्ड’ को उजागर करने के लिए एक अभियान शुरू किया।

एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में ‘नौकरी दो या डिग्री वापस लो’ नामक अभियान शुरू किया।

कुंदन ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘हम बेरोजगार युवाओं से पांच लाख डिग्री एकत्र करेंगे। इस तरह से सरकार को बड़ी मात्रा में सबूत उपलब्ध कराए जाएंगे। यह मोदी सरकार की वास्तविकता को भी सामने लाएगा, जो देश में बेरोजगार युवाओं पर वास्तविक डेटा छिपा रही है।’

एनएसयूआई प्रमुख ने दावा किया कि देश की मौजूदा बेरोजगारी दर 45 वर्षों में सबसे अधिक है और सरकार जो कुछ भी जनता को दिखा रही है वह सच्चाई नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘2019 में, बेरोजगारी की औसत दर 6.4 प्रतिशत थी, जो कि उसके पिछले तीन वर्षों की तुलना में बहुत अधिक है।’

एनएसयूआई ने एक विज्ञप्ति में आरोप लगाया, ‘सरकार रोजगार देने में विफल रही है। इसने राष्ट्र के युवाओं के साथ विश्वासघात किया है।’

भाषा कृष्ण शफीक