श्रीनगर, 29 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के अधिकारियों की एक टीम ने श्रीनगर के पास सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में पहलगाम आतंकवादी हमले के कथित मुख्य साजिशकर्ता और उसके दो साथियों के मारे जाने के मामले की जांच मंगलवार को शुरू कर दी। अधिकारियों ने यहां यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि एनआईए की टीम मंगलवार तड़के तीन आतंकवादियों के शवों की शिनाख्त के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) पहुंची।
श्रीनगर के बाहरी इलाके दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान के पास हरवान इलाके के मुलनार के जंगलों में सोमवार को सेना के शीर्ष पैरा कमांडो ने पहलगाम आतंकवादी हमले के कथित मुख्य साजिशकर्ता सुलेमान उर्फ आसिफ और उसके दो साथियों को मार गिराया, जिसे सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
पहलगाम हमले के अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए गए सैटेलाइट फोन के तकनीकी सिग्नल मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने ‘ऑपरेशन महादेव’ शुरू किया।
इस कार्रवाई में मारे गए अन्य आतंकवादियों की पहचान जिबरान और हमजा अफगानी के रूप में हुई है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतकों में अधिकतर पर्यटक थे। इसके बाद सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे के खिलाफ सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था।
मारे गए आतंकवादियों के शव सोमवार देर रात मुठभेड़ स्थल से यहां पीसीआर लाए गए।
अधिकारियों ने बताया कि एनआईए की टीम दो-तीन लोगों के समूह में गवाहों से पूछताछ कर रही है ताकि ‘‘यह सुनिश्चित किया जा सके कि मारे गए आतंकवादियों में सुलेमान शाह भी शामिल है।’’
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि इलाके में आतंकवादियों के एक और समूह की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद अभियान जारी है।
जिबरान पिछले साल अक्टूबर में गगनगीर में सोनमर्ग सुरंग परियोजना पर हुए हमले में कथित रूप से शामिल था। इस हमले में एक डॉक्टर समेत सात लोग मारे गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार की मुठभेड़ में एक एम4 कार्बाइन राइफल, दो एके राइफल और अन्य हथियार बरामद किए गए थे।
भाषा खारी गोला
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