कोच्चि, 13 अगस्त (भाषा) केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन ने बुधवार को कहा कि कोठामंगलम में अपने प्रेमी के कथित उत्पीड़न के कारण आत्महत्या करने वाली 23 वर्षीय युवती के मामले में छानबीन उस चरण में नहीं पहुंची है कि ‘एनआईए की जांच की आवश्यकता हो।’
पीड़िता के घर का दौरा करने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक मामले, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री कुरियन ने कहा कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की जांच शुरू करने के लिए एक निर्धारित प्रक्रिया है।
उन्होंने कहा कि फिलहाल, प्राथमिकी में इस मामले को युवती के प्रेमी द्वारा उत्पीड़न के बाद हुई ‘अप्राकृतिक मौत’ के रूप में दर्ज किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘अगर मामले में अन्य क़ानूनी प्रावधान जोड़े जाते हैं, तो बाद में जांच की जा सकती है।’
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को मंगलवार को दी गई अर्जी में पीड़िता की मां ने एनआईए जांच की मांग की और आरोप लगाया कि उनकी बेटी को धर्मांतरण के लिए मजबूर किया गया। पीड़िता की मां ने दावा किया कि आरोपी रमीस के कृत्य चरमपंथी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के नेताओं ने भी मामले में एनआईए जांच की मांग की है।
युवती ने नौ अगस्त को अपने आवास पर आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पहले वह एक पत्र छोड़ गई थी, जिससे संकेत मिलता है कि उसने अपने प्रेमी और उसके रिश्तेदारों द्वारा लगातार उत्पीड़न के कारण यह कदम उठाया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि फिलहाल एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) आत्महत्या के लिए उकसाने और बलात्कार सहित सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
भाषा आशीष नरेश
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