सभी लोगों को 2024 तक भी नहीं मिल पाएगी कोरोना वैक्सीन! सबसे बड़ी कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के CEO का बयान

सभी लोगों को 2024 तक भी नहीं मिल पाएगी कोरोना वैक्सीन! सबसे बड़ी कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के CEO का बयान

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  • Publish Date - September 14, 2020 / 12:08 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:49 PM IST

नईदिल्ली। सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला के एक बयान ने कोरोना से लड़ रहे देश के लोगों के लिए चिंता बढ़ा दी है। अदार पूनावाला ने कहा है कि 2024 तक भी इतनी वैक्सीन तैयार नहीं हो पाएगी कि संसार के सभी लोगों को खुराक मिल जाए। उन्होंने भारत के सभी लोगों तक वैक्सीन पहुंचने को लेकर भी चिंता जताई है।

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एक रिपोर्ट के मुताबिक, अदार पूनावाला का कहना है कि दवा कंपनियां अपनी उत्पादन क्षमता इतनी अधिक नहीं कर पाई हैं जिससे कम समय में पूरी दुनिया को वैक्सीन दी जा सके। उन्होने कहा कि’धरती पर मौजूद सभी लोगों को वैक्सीन देने में 4 से 5 साल का वक्त लगेगा।’ उन्होंने कहा कि अगर एक व्यक्ति के लिए कोरोना वैक्सीन की दो खुराक की जरूरत होती है तो पूरी दुनिया के लिए 15 अरब खुराक की जरूरत पड़ेगी।

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अदार पूनावाला ने भारत के 1.4 अरब लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने को लेकर चिंता भी जताई क्योंकि यहां वैक्सीन के ट्रांसपोर्ट के लिए कोल्ड चेन सिस्टम नहीं है, बता दें कि वैक्सीन को तैयार होने के बाद फ्रीजर में रखना होता है और एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए कोल्ड चेन सिस्टम की जरूरत होती है। अदार पूनावाला ने कहा- ‘मैं अब भी ऐसी कोई ठोस योजना नहीं देख पा रहा हूं जिससे कि 40 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन मिल पाएगी, आप ऐसी कोई स्थिति नहीं चाहते कि आपके पास अपने देश के लिए वैक्सीन उत्पादन की क्षमता हो, लेकिन आप इसे कंज्यूम नहीं कर सकते।’

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बता दें कि पुणे स्थित कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोरोना वैक्सीन के उत्पादन के लिए पांच अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ समझौता किया है, इनमें AstraZeneca और Novavax जैसी कंपनियां शामिल हैं। सीरम इंस्टीट्यूट का लक्ष्य एक अरब वैक्सीन की खुराक का उत्पादन करना है जिनमें से आधी वैक्सीन भारत को मिलेगी।