बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ती नजदीकियों पर भाजपा चुप : ओवैसी

बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ती नजदीकियों पर भाजपा चुप : ओवैसी

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  • Publish Date - June 30, 2025 / 05:38 PM IST,
    Updated On - June 30, 2025 / 05:38 PM IST

छत्रपति संभाजीनगर, 30 जून (भाषा) ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि भारत में बांग्लादेशी प्रवासियों की घुसपैठ को लेकर शोर मचाने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ती नजदीकियों तथा चीन द्वारा एक वायुसैनिक अड्डे के निर्माण को नजरअंदाज कर रही है।

परभणी में रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि भाजपा नेता भारत के पड़ोसी देशों की सीमाओं पर उत्पन्न स्थिति को समझने में असमर्थ प्रतीत होते हैं।

उन्होंने सवाल किया, ‘‘वे (भाजपा नेता) बांग्लादेशियों के भारत में अवैध रूप से बसने की बात करते रहते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, खुफिया एजेंसियां ​​और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ये सब क्या कर रहे हैं?’’

ओवैसी ने दावा किया कि (बांग्लादेश में) मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद बांग्लादेश और पाकिस्तान की नौसेनाएं संयुक्त युद्ध अभ्यास कर रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तानी नेता अपने बांग्लादेशी समकक्षों से मिल रहे हैं और बांग्लादेश सीमा पर चीन अपना वायुसैनिक अड्डा बना रहा है। अगर युद्ध छिड़ता है, तो यह तीन मोर्चों तक फैल जाएगा। इन खतरों पर विचार करने के बजाय भाजपा के कार्यकर्ता सिर्फ बांग्लादेश से अवैध आव्रजन के बारे में बात करते रहते हैं।’’

ओवैसी ने कहा कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा की प्राथमिकता का समर्थन करने वाले लोगों के विरोध के बाद राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को स्कूलों में त्रि-भाषा फॉर्मूले के क्रियान्वयन से जुड़े दो सरकारी आदेशों को रद्द करना पड़ा।

हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा कि विविधता भारत की पहचान और विशेषता है।

उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का कहना है कि भारत की एक भाषा, एक संस्कृति और एक ही विचारधारा होगी। लेकिन अगर ऐसा हुआ, तो भारत एक तानाशाह राज्य बन जाएगा। हम ऐसा नहीं होने देंगे। भारत विभिन्न रंगों का प्रतिनिधित्व करता है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह वैसा ही बना रहे।’’

ओवैसी ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण के वास्ते आंदोलन कर रहे मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे के प्रति अपना समर्थन भी व्यक्त किया।

भाषा यासिर पारुल

पारुल