(सुमीर कौल)
(तस्वीरों के साथ)
पहलगाम (कश्मीर), 22 मई (भाषा) जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधते हुए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ और पीएजीडी के प्रति उनकी निष्ठा पर सवाल उठाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुफ्ती ने कभी भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ प्रचार नहीं किया और केवल उनकी पार्टी ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस’ (नेकां) को ही निशाना बनाया।
‘पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन’ (पीएजीडी) की एकता और चुनाव के दौरान संयुक्त प्रयास किये जाने की बात दोहराते हुए, अब्दुल्ला ने कहा कि पीडीपी का समूह से खुद को दूर करने का निर्णय किसी वैचारिक मुद्दे के बजाय अपने खुद के हित से प्रेरित था।
नेकां उपाध्यक्ष अब्दुल्ला ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘जहां तक पीएजीडी का सवाल है, पीएजीडी बरकरार है। पीएजीडी ने यह चुनाव एक साथ लड़ा। चाहे वह अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस हो या मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) अथवा नेकां, केवल पीडीपी ही दूर हुई है।’’
पीएजीडी का गठन छह दलों ने किया था, जिसमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और सज्जाद लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस भी शामिल थी। स्थानीय निकाय चुनाव में हार के बाद हालांकि लोन की पार्टी अलग हो गई।
अब्दुल्ला ने अनंतनाग-राजौरी सीट पर अंतिम दौर के प्रचार अभियान की शुरुआत की। उन्होंने भाजपा को लेकर पीडीपी के रुख पर सवाल उठाया और दावा किया कि उधमपुर और जम्मू जैसे स्थानों पर कांग्रेस या ‘इंडिया’ गठबंधन के पक्ष में और भाजपा के खिलाफ मुफ्ती ने सक्रिय रूप से प्रचार नहीं किया।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने न तो उधमपुर में भाजपा के खिलाफ प्रचार किया और न ही जम्मू में प्रचार किया। तो ऐसे में वह ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा होने का दावा कैसे कर सकती है? वह भाजपा के खिलाफ होने का दावा कैसे कर सकती हैं? वह सिर्फ नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ हैं, वह भाजपा के खिलाफ नहीं हैं।’’
अनंतनाग-राजौरी सीट पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा।
अब्दुल्ला ने कहा कि पीडीपी पिछले दो साल से लगातार नेकां की आलोचना कर रही है।
श्रीनगर लोकसभा से पीडीपी उम्मीदवार वहीद पारा का प्रत्यक्ष रूप से नाम लिये बगैर अब्दुल्ला ने बताया कि उन्होंने (पारा ने) जेल से रिहा होने के बाद राजनीतिक गतिविधियों को फिर से शुरू किया और उनके शुरुआती भाषण नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ थे, जो पीडीपी की एक सोची-समझी रणनीति का संकेत देते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पीडीपी से पूछता हूं कि भाजपा के खिलाफ उनका अभियान कहां है, मुझे एक जगह बताएं जहां महबूबा मुफ्ती गई थीं और कांग्रेस या ‘इंडिया’ गठबंधन के पक्ष में और भाजपा के खिलाफ प्रचार किया था।’’
यह पूछे जाने पर कि उनकी पार्टी को कितनी उम्मीद है कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के मुताबिक इस साल जम्मू कश्मीर में सितंबर में विधानसभा चुनाव होंगे, अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) और गृहमंत्री (अमित शाह) जैसे लोग उच्चतम न्यायालय की समय सीमा समाप्त होने से पहले इस चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सार्वजनिक रूप से प्रतिबद्ध हैं और मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री अपनी बात पर कायम रहेंगे।’’
भाषा देवेंद्र सुरेश
सुरेश