Rajnath Singh on PoK: पीओके के लोग भारतीय परिवार का हिस्सा , वह दिन दूर नहीं जब वे खुद भारत का हिस्सा बनेंगे, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का बड़ा बयान

Rajnath Singh on pok: पीओके के लोग भारतीय परिवार का हिस्सा हैं, वह दिन दूर नहीं जब वे खुद भारत का हिस्सा बनेंगे : राजनाथ

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  • Publish Date - May 29, 2025 / 04:54 PM IST,
    Updated On - May 29, 2025 / 05:05 PM IST

Rajnath Singh on Operation Sindoor: 'ऑपरेशन सिंदूर' के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बड़ा ऐलान / Image Source: ANI

HIGHLIGHTS
  • पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोग हमारे परिवार का हिस्सा
  • वह दिन दूर नहीं जब हमारा अपना हिस्सा पीओके वापस लौटेगा
  • रक्षा में ‘मेक-इन-इंडिया’ भारत की सुरक्षा और समृद्धि दोनों के लिए आवश्यक

नयी दिल्ली: Rajnath Singh on pok: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के लोग भारतीय परिवार का हिस्सा हैं और वह दिन दूर नहीं जब वे अंतरात्मा की आवाज सुनकर खुद भारत की मुख्यधारा में लौट आएंगे। पाकिस्तान के प्रति भारत के नीतिगत दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए सिंह ने कहा कि भारत ने आतंकवाद के प्रति अपनी रणनीति और प्रतिक्रिया को ‘‘नए सिरे से तैयार और परिभाषित’’ किया है तथा पाकिस्तान के साथ संभावित वार्ता केवल आतंकवाद और पीओके के मुद्दे पर ही होगी।

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के ‘बिजनेस समिट’ में अपने संबोधन में सिंह ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में ‘मेक-इन-इंडिया’ देश की राष्ट्रीय सुरक्षा में एक आवश्यक घटक रहा है और इसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रभावी कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोग हमारे परिवार का हिस्सा

सिंह ने पीओके के लोगों तक पहुंचने का व्यापक प्रयास किया और कहा कि भारत उन्हें अपने ‘‘अपने’’ परिवार का हिस्सा मानता है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना ​​है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोग हमारे अपने हैं, हमारे परिवार का हिस्सा हैं।’’

उन्होंने कहा, “हम ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प के प्रति प्रतिबद्ध हैं और हमें पूरा विश्वास है कि हमारे जो भाई आज भौगोलिक और राजनीतिक रूप से हमसे अलग हैं, वे भी किसी न किसी दिन अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर, आत्मसम्मान के साथ भारत की मुख्यधारा में लौट आएंगे।”

सिंह ने कहा कि पीओके के अधिकतर लोग भारत के साथ ‘‘गहरा जुड़ाव’’ महसूस करते हैं और केवल कुछ ही लोग ‘‘गुमराह’’ हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पीओके में रहने वाले हमारे भाई-बहनों की स्थिति वीर योद्धा महाराणा प्रताप के छोटे भाई शक्ति सिंह के समान है।’’ सिंह ने कहा, “अलग होने के बाद भी बड़े भाई का अपने छोटे भाई के प्रति विश्वास और आस्था बरकरार है।”

वह दिन दूर नहीं जब हमारा अपना हिस्सा पीओके वापस लौटेगा

उन्होंने कहा, ‘‘भारत हमेशा दिलों को जोड़ने की बात करता है और हमारा मानना ​​है कि प्रेम, एकता और सच्चाई के मार्ग पर चलते हुए वह दिन दूर नहीं जब हमारा अपना हिस्सा पीओके वापस लौटेगा और कहेगा, मैं भारत हूं, मैं वापस आ गया हूं।’’ पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देते हुए सिंह ने यह भी कहा कि आतंकवाद का कारोबार मुनाफा देने वाला नहीं है, बल्कि इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी तथा पाकिस्तान को अब इसका एहसास हो गया है।

इससे तीन दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान के युवाओं को आगे आकर ‘पाकिस्तान को आतंकवाद की बीमारी से मुक्त कराना है।” रक्षा मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा और समृद्धि के लिए ‘मेक-इन-इंडिया’ को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान स्वदेशी प्रणालियों के उपयोग ने यह साबित कर दिया है कि भारत में दुश्मन के किसी भी कवच ​​को भेदने की ताकत है।

उन्होंने कहा, “हमने आतंकवादियों के ठिकानों और फिर सैन्य ठिकानों को नष्ट कर दिया। हम और भी बहुत कुछ कर सकते थे, लेकिन हमने शक्ति और संयम के समन्वय का एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया।”

रक्षा में ‘मेक-इन-इंडिया’ भारत की सुरक्षा और समृद्धि दोनों के लिए आवश्यक

संबोधन के दौरान सिंह ने भारत की घरेलू रक्षा क्षमताओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 10 साल पहले भारत का रक्षा निर्यात 1000 करोड़ रुपये से भी कम था, लेकिन अब यह 23,500 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड आंकड़े पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि आज यह साबित हो गया है कि रक्षा में ‘मेक-इन-इंडिया’ भारत की सुरक्षा और समृद्धि दोनों के लिए आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि आज हम सिर्फ लड़ाकू विमान या मिसाइल प्रणाली ही तैयार नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम नए जमाने की युद्ध तकनीक की भी तैयारी कर रहे हैं। सिंह ने पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बनाने की भारत की महत्वाकांक्षी योजना के बारे में भी बात की।

रक्षा मंत्रालय ने इस सप्ताह विमान के डिजाइन और उत्पादन के लिए ‘निष्पादन मॉडल’ को मंजूरी दे दी है। सिंह ने कहा कि उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) के ‘निष्पादन मॉडल’ के माध्यम से, निजी क्षेत्र को पहली बार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के साथ परियोजना में भाग लेने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘एएमसीए परियोजना के तहत, पांच प्रोटोटाइप विकसित करने की योजना है, जिसके बाद श्रृंखलाबद्ध उत्पादन किया जाएगा। यह मेक-इन-इंडिया कार्यक्रम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर) को लेकर क्या कहा?

उत्तर: राजनाथ सिंह ने कहा कि पीओके के लोग भारत के परिवार का हिस्सा हैं और वह दिन दूर नहीं जब वे खुद की अंतरात्मा की आवाज सुनकर भारत की मुख्यधारा में लौट आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत "दिलों को जोड़ने" की बात करता है और प्रेम, एकता व सच्चाई के मार्ग से पीओके एक दिन फिर भारत का हिस्सा बनेगा।

भारत की पाकिस्तान को लेकर नीति क्या है, खासकर आतंकवाद पर?

उत्तर: भारत की नीति स्पष्ट है कि पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह की बातचीत अब केवल दो मुद्दों पर होगी — आतंकवाद और पीओके। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी रणनीति को नए सिरे से परिभाषित किया है और पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि आतंकवाद की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

ऑपरेशन सिंदूर क्या है और इसमें 'मेक-इन-इंडिया' की क्या भूमिका रही?

उत्तर: 'ऑपरेशन सिंदूर' एक आतंकवाद विरोधी अभियान था, जिसमें स्वदेशी रक्षा प्रणालियों (मेक-इन-इंडिया) का व्यापक रूप से उपयोग हुआ। इससे यह सिद्ध हुआ कि भारत घरेलू तकनीक से दुश्मन के किसी भी कवच को भेदने में सक्षम है।

भारत ने रक्षा क्षेत्र में 'मेक-इन-इंडिया' के अंतर्गत कौन-कौन सी उपलब्धियां हासिल की हैं?

उत्तर: भारत का रक्षा निर्यात 10 साल में ₹1,000 करोड़ से बढ़कर ₹23,500 करोड़ हो गया है। देश अब केवल हथियार नहीं, बल्कि 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों जैसे उन्नत सैन्य उपकरण भी खुद बना रहा है। एएमसीए परियोजना इसका प्रमुख उदाहरण है।

उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) परियोजना क्या है और इसकी खासियत क्या है? उत्तर: एएमसीए (Advanced Medium Combat Aircraft) भारत का स्वदेशी 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ लड़ाकू विमान है। रक्षा मंत्रालय ने इसके 'निष्पादन मॉडल' को मंजूरी दी है, जिसमें पहली बार निजी और सार्वजनिक क्षेत्र मिलकर 5 प्रोटोटाइप बनाएंगे। इसके बाद इसका श्रृंखलाबद्ध उत्पादन किया जाएगा।

उत्तर: एएमसीए (Advanced Medium Combat Aircraft) भारत का स्वदेशी 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ लड़ाकू विमान है। रक्षा मंत्रालय ने इसके 'निष्पादन मॉडल' को मंजूरी दी है, जिसमें पहली बार निजी और सार्वजनिक क्षेत्र मिलकर 5 प्रोटोटाइप बनाएंगे। इसके बाद इसका श्रृंखलाबद्ध उत्पादन किया जाएगा।