अब बसों में सफर नहीं कर सकेंगे ये लोग, यहां की सरकार ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भेजा प्रस्ताव

people will not travel in buses, government sent proposal to the DMA

अब बसों में सफर नहीं कर सकेंगे ये लोग, यहां की सरकार ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भेजा प्रस्ताव
Modified Date: November 29, 2022 / 08:09 pm IST
Published Date: December 2, 2021 4:52 pm IST

नई दिल्ली: people will not travel in buses कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन ने विश्व के सभी देशों की चिंता बढ़ा दी। भारत में भी इसे रोकने के लिए तमाम इंताजम किए जा रहे है। इसी बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को दिल्ली मेट्रो सेवाओं, बसों, सिनेमा हॉल, मॉल, धार्मिक स्थलों, रेस्तरां, स्मारकों, सार्वजनिक पार्कों, सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर बिना टीकाकरण वाले लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने का सुझाव दिया है। उन्होने अपने प्रस्ताव में कहा है कि 15 दिसंबर से प्रतिबंध लगाया जा सकता है।

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people will not travel in buses डीडीएमए अगर केजरीवाल सरकार की सिफारिशों को मान लेती है तो बसों और मेट्रो में बिना वैक्सीन लगवाए लोगों की एंट्री बैन हो सकती है। सरकार की ओर से प्रस्ताव दिया गया है कि सार्वजनिक स्थानों पर सिर्फ ऐसे ही लोगों को एंट्री दी जाए जिन्हें 31 मार्च, 2022 तक कोविड-19 वैक्सीन की एक खुराक मिली है। इतना ही नहीं दिल्ली सरकार वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को नकद पुरस्कार या छूट जैसे प्रोत्साहन देने की भी तैयारी कर रही है।

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कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन अब तक 23 देशों में फैल चूका है। इसी बात से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि भारत में भी आने वाले दिनों हालात खराब हो सकते है। बात दें कि WHO भी अब सख्त हो रहा है। WHO द्वारा लगातार चेतावनी जारी की जा रही है। नया वेरिएंट आने वाले दिनों में ज्यादा खतरनाक हो सकता है।WHO का कहना है कि कोरोना महामारी को लेकर एक ऐसा ट्रेंड बना हुआ है, जहां पर ना सिर्फ धीमा टीकाकरण देखने को मिला है, बल्कि कोरोना टेस्टिंग भी काफी कम रह गई है।


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।