प्रकाश पर्व पर पीएम मोदी को न्योता नहीं ! कांग्रेस ने जताई आपत्ति, अकाली दल और आप ने फैसले को ठहराया सही

प्रकाश पर्व पर पीएम मोदी को न्योता नहीं ! कांग्रेस ने जताई आपत्ति, अकाली दल और आप ने फैसले को ठहराया सही

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  • Publish Date - January 8, 2021 / 07:48 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:48 PM IST

नईदिल्ली। पंजाब में सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिख गुरु तेगबहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर ना बुलाने का फैसला किया है, जिसके बाद इस मामले पर पंजाब की राजनीति गर्माने लगी है, कांग्रेस ने इस फैसले पर आपत्ति जताई है तो आम आदमी पार्टी, शिरोमणि अकाली दल ने फैसले को सही बताया है। पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री को ना बुलाने के फैसले को अकाली दल के दबाव में लिया गया बताया है, पंजाब के कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा यह साझा कार्यक्रम होता है, गुरु तेगबहादुर जी भी पूरे देश के हैं ऐसे में प्रधानमंत्री को इस कार्यक्रम में ना बुलाने का फैसला सही नहीं है।

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सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पीएम को बुलाकर उन्हे सिख गुरुओं के द्वारा किसानी को लेकर दी गई शिक्षा और बातें बतानी चाहिए थी ताकि उन्हें किसानों के दर्द का एहसास करवाया जा सके, कांग्रेस नेता ने कहा कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पर पूरी तरह से बादल परिवार का कब्जा है और उनके दबाव में ही इस तरह का राजनीतिक फैसला लिया है।

वहीं अकाली दले के अनुसार गुरुद्वारा कमेटी एक संवैधानिक धार्मिक संस्था है, जिसके बकायदा चुनाव होते हैं, ऐसे में वो किसे बुलाना चाहती है, तमाम हालात को देखते हुए ही फैसला लिया जाता है और इस बार भी एसजीपीसी ने पूरे हालात को देखते हुए ही ये फैसला लिया होगा और इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं है। आम आदमी पार्टी ने इस पूरे मामले में गुरुद्वारा कमेटी के फैसले को सही बताया है। आप का कहना है कि केंद्र सरकार की ज्यादतियों को देखते हुए किसानों के समर्थन में अगर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने प्रधानमंत्री को अपने कार्यक्रम में नहीं बुलाने का फैसला किया है तो ये बिल्कुल सही है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कार्यक्रम का न्योता ना दिए जाने के मसले पर बीजेपी का कहना है कि पीएम किसी दल के नहीं बल्कि देश के होते हैं। अगर कांग्रेस के नेता ये बात कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री को एसजीपीसी के कार्यक्रम में बुलाना चाहिए था और उसके बावजूद भी एसजीपीसी ने प्रधानमंत्री को नहीं बुलाया तो इसका जवाब मिलना चाहिए।

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गौरतलब है कि कृषि कानून के मसले पर जारी आंदोलन की अगुवाई पंजाब के किसान ही कर रहे हैं, जो पिछले डेढ़ महीने से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं, इसी को देखते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने बयान दिया था कि हमारी संस्था सिखों की साझा संस्था है, ऐसे में केंद्र के कृषि कानूनों से पंजाब के किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है, यही कारण है कि हम पीएम मोदी को प्रकाश पर्व के कार्यक्रम में नहीं बुला सकते हैं।