Presidential Election 2022 : नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीति हलचल तेज हो गई है। जहां एक तरफ विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को कॉल करके समर्थन मांगा है। वहीं दूसरी तरफ NDA उम्मीदवार को अन्य पार्टियों का समर्थन मिल रहा है। बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव खेला है। ओडिशा से आने वाली आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू ने विपक्षी खेमे में सेंध लगा दी है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
मिली जानकारी के अनुसार बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर दिया है। दरअसल, यूपी की राजधानी लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती ने ऐलान किया कि हमने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का फैसला किया है।इसके साथ ही मायावती ने एनडीए कैंडिडेट के समर्थन को लेकर उठाए जा सकने वाले सवालों के जवाब भी दिए। उन्होंने कहा कि हमने ये फैसला ना तो बीजेपी या एनडीए के पक्ष में, ना ही विपक्ष के विरोध में लिया है। मायावती ने ये भी साफ किया कि हमने ये फैसला अपनी पार्टी और आंदोलन को ध्यान में रखते हुए ही लिया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें बसपा, दलित मूवमेंट से उपजी पार्टी है। पार्टी का बेस वोट बैंक भी दलित है। ऐसे में एनडीए कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं तो उनका समर्थन जरुरी हो जाता है। ऐसे में बसपा भी इस उहापोह में फंसी थी कि द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करें कि विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का। जिसके बाद आखिरकार बसपा प्रमुख मायावती ने ये ऐलान कर दिया कि हमने अपनी पार्टी और मूवमेंट का ध्यान रखते हुए द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का फैसला किया है। जबकि दूसरी तरफ, मायावती के इस ऐलान को एनडीए उम्मीदवार की ओर से विपक्षी खेमे में सेंध लगाने की शुरुआत माना जा रहा है।
बात दें आज झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की बैठक होने वाली है। इस बैठक में ही राष्ट्रपति चुनाव में द्रोपदी मुर्मू के समर्थन को लेकर फैसला किया जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि इस बैठक के बाद झामुमो भी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर सकती है। झामुमो का बेस वोट भी आदिवासी समुदाय है और एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू खुद भी आदिवासी समुदाय से ही आती हैं। ओडिशा की सत्ताधारी बीजू जनता दल ने पहले ही द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर दिया था।
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गौरतलब है कि एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने एक दिन पहले ही यानी 24 जून को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। द्रौपदी मुर्मू ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी बात कर समर्थन मांगा था।
बता दें 18 जुलाई को देश का अगला राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान किया जाएगा। इसके साथ ही मतगणना 21 जुलाई को होगी। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल समाप्त होने से पहले देश के अगले राष्ट्रपति को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी।
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