होशियारपुर, 10 सितंबर (भाषा) पंजाब के सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को मंगलवार को दिक्कत हुई क्योंकि चिकित्सकों ने सुनिश्चित करियर प्रगति योजना को बहाल करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर दूसरे दिन भी तीन घंटे के लिए ओपीडी सेवाएं निलंबित कर दीं।
आपातकालीन और मातृ सेवाएं जारी रहीं, जबकि बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) सेवाएं सुबह 8 बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक निलंबित रहीं।
पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज (पीसीएमएस) एसोसिएशन के बैनर तले जारी विरोध प्रदर्शन 11 सितंबर तक जिला और उप-मंडल अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जारी रहेगा।
पीसीएमएस एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अखिल सरीन ने कहा कि हड़ताल के बारे में अनभिज्ञ मरीजों को असुविधा का सामना करना पड़ा और इससे अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई। उन्होंने कहा कि चिकित्सक अपनी मांगों के बारे में लोगों को पैम्फलेट, बैनर और भाषणों के माध्यम से सूचित करते हैं।
शुरू में हड़ताल की योजना सभी सेवाएं बंद करने के रूप में बनाई गई थी, लेकिन सरकार द्वारा 11 सितंबर को राज्य के वित्त मंत्री के साथ चर्चा के लिए बुलाए जाने के बाद इसे कमतर कर दिया गया। एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर सुनिश्चित करियर प्रगति (एसीपी) योजना को बहाल करने की उनकी प्रमुख मांग पूरी नहीं हुई तो वे सभी सेवाएं पूरी तरह से बंद कर देंगे।
एसीपी योजना सरकारी कर्मचारियों को वित्तीय लाभ और उच्च वेतनमान प्रदान करती है।
एसोसिएशन अस्पतालों में स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपायों और अधिक चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती की भी मांग कर रहा है।
भाषा अमित माधव
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