Rahul Gandhi will be on a two-day visit to Gujarat

Rahul Gandhi Gujarat Visit: दो दिवसीय गुजरात दौरे पर रहेंगे राहुल गांधी, करेंगे पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत

Rahul Gandhi Gujarat Visit: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज से दी दिवसीय गुजरात दौरे पर रहेंगे। राहुल गांधी गुजरात में कांग्रेस

Edited By :  
Modified Date: April 15, 2025 / 10:10 AM IST
,
Published Date: April 15, 2025 10:07 am IST
HIGHLIGHTS
  • लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज से दी दिवसीय गुजरात दौरे पर रहेंगे।
  • राहुल गांधी गुजरात में कांग्रेस संगठन को जमीनी स्तर पर पुनर्जीवित करने के लिए एक पायलट परियोजना की शुरुआत करेंगे।
  • राहुल गांधी का ये कदम राज्य में पार्टी की संगठनात्मक मजबूती की दिशा में एक अहम निर्णय होगा।

अहमदाबाद: Rahul Gandhi Gujarat Visit: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज से दी दिवसीय गुजरात दौरे पर रहेंगे। अपने दौरे में राहुल गांधी गुजरात में कांग्रेस संगठन को जमीनी स्तर पर पुनर्जीवित करने के लिए एक पायलट परियोजना की शुरुआत करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि, राहुल गांधी का ये कदम राज्य में पार्टी की संगठनात्मक मजबूती की दिशा में एक अहम निर्णय होगा। कांग्रेस पिछले तीन दशक से गुजरात की सत्ता से बाहर है। पायलट प्रोजेक्ट कांग्रेस की उस व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत पार्टी उन राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है, जहां उसका जनाधार कमजोर हुआ है। गुजरात की राजनीति में भाजपा के लंबे दबदबे को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने अब संगठन को जिला स्तर पर सशक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

यह भी पढ़ें: Durg Road Accident News: घर के बाहर बैठे परिवार को ट्रैक्टर चालक ने रौंदा, मौके पर हुई 2 लोगों की मौत, तीन की हालत गंभीर 

AICC और PCC पर्यवेक्षकों के साथ बैठक करेंगे राहुल गांधी

Rahul Gandhi Gujarat Visit:  राहुल गांधी अपने दौरे के शुरुआत में अहमदाबाद में एक ओरिएंटेशन बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में 42 अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) और 183 प्रदेश कांग्रेस समिति (PCC) के पर्यवेक्षक हिस्सा लेंगे। ये सभी पर्यवेक्षक AICC द्वारा 12 अप्रैल को नियुक्त किए गए थे। इनका मुख्य कार्य प्रदेश के 33 जिलों और आठ प्रमुख शहरों में कांग्रेस जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया की निगरानी करना होगा, जो कुल मिलाकर 41 संगठनात्मक इकाइयों को कवर करेगा।

यह भी पढ़ें: ‘लव अफेयर में बनाए फिजिकल रिलेशन क्राइम नहीं’, कोर्ट ने नाबालिग से रेप के आरोपी को दी जमानत 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने दी राहुल के दौरे की जानकारी

Rahul Gandhi Gujarat Visit:  राहुल गांधी के दौरे को लेकर गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने बताया कि, “ये पर्यवेक्षक स्थानीय नेतृत्व की पहचान और चयन में अहम भूमिका निभाएंगे। राहुल गांधी खुद इनसे संवाद करेंगे और नेतृत्व की अपेक्षाएं व विजन साझा करेंगे।” इसके बाद बुधवार, 16 अप्रैल को राहुल गांधी अरावली जिले के मोदासा शहर पहुंचेंगे, जहां वे पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे और इस पायलट परियोजना की औपचारिक शुरुआत करेंगे। यह परियोजना अन्य राज्यों में भी संगठनात्मक सुधारों के लिए एक मॉडल के रूप में देखी जा रही है।

यह भी पढ़ें: Petrol Pump Licence Rules: पेट्रोल पंप खोलने के लिए नहीं लेना होगा लाइसेंस, प्रदेश सरकार ने खत्म कर दी अनुमति लेने की बाध्यता

गुजरात में वापसी करना चाहती है कांग्रेस

Rahul Gandhi Gujarat Visit:  बता दें कि, राहुल गांधी का दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब हाल ही में 8-9 अप्रैल को अहमदाबाद में एआईसीसी और कांग्रेस कार्यसमिति की अहम बैठकें हुई थीं। कई सालों के बाद गुजरात में कांग्रेस की बैठकों को पार्टी की राजनीतिक वापसी की कोशिशों के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले मार्च महीने में भी राहुल गांधी ने गुजरात का दौरा किया था, जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों से मुलाकात कर ग्रासरूट स्तर पर आंदोलन और समावेशी राजनीति की आवश्यकता पर जोर दिया था।

राहुल गांधी गुजरात क्यों जा रहे हैं?

राहुल गांधी गुजरात में कांग्रेस संगठन को जिला स्तर पर पुनर्गठित करने और एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत करने जा रहे हैं।

राहुल गांधी का यह दौरा कितने दिनों का है?

यह दौरा दो दिवसीय है, जिसमें वे अहमदाबाद और अरावली जिले के मोदासा शहर जाएंगे।

क्या राहुल गांधी का दौरा चुनाव से जुड़ा हुआ है?

प्रत्यक्ष रूप से नहीं, लेकिन यह दौरा कांग्रेस की आगामी चुनावी तैयारियों और संगठनात्मक मजबूती की दिशा में एक रणनीतिक कदम है।

राहुल गांधी किस प्रकार के नेताओं से मुलाकात करेंगे?

वे AICC और PCC पर्यवेक्षकों, जिला नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे।

क्या यह पायलट प्रोजेक्ट अन्य राज्यों में भी लागू होगा?

हां, इस परियोजना को अन्य राज्यों में संगठनात्मक सुधारों के मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।