राहुल, खरगे ने पहलगाम हमले, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की

राहुल, खरगे ने पहलगाम हमले, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की

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  • Publish Date - May 11, 2025 / 04:02 PM IST,
    Updated On - May 11, 2025 / 04:02 PM IST

नयी दिल्ली, 11 मई (भाषा) लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर पहलगाम आतंकवादी हमले, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सीमा पार से गोलीबारी के मामले में ताजा घटनाक्रम पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।

राहुल और खरगे ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक संकल्प प्रदर्शित करने के लिए संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र बुलाने की अपनी मांग दोहराई है।

राहुल ने अपने पत्र में लिखा है, “मैं विपक्ष के सर्वसम्मति से किए गए अनुरोध को दोहराता हूं कि संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए। लोगों और उनके प्रतिनिधियों के लिए पहलगाम आतंकवादी हमले, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से दोनों देशों के संघर्ष-विराम के लिए तैयार होने की घोषणा पर चर्चा करना अहम है। यह आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए हमारे सामूहिक संकल्प को प्रदर्शित करने का भी अवसर होगा।”

उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि आप इस मांग पर गंभीरतापूर्वक और शीघ्रता से विचार करेंगे।”

खरगे ने अपने पत्र में उनके और राहुल गांधी की ओर से 28 अप्रैल को लिखे गए पत्रों का जिक्र किया, जिनमें प्रधानमंत्री से पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर संसद का विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध किया गया था।

कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, “ताजा घटनाक्रम के मद्देनजर लोकसभा में विपक्ष के नेता ने आपको फिर से पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने के सभी विपक्षी दलों के सर्वसम्मति से किए गए अनुरोध से अवगत कराया है, ताकि पहलगाम हमले, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और संघर्ष-विराम की घोषणा पहले वाशिंगटन और बाद में भारत व पाकिस्तान की सरकारों द्वारा किए जाने के मुद्दे पर चर्चा की जा सके।”

खरगे ने कहा, “राज्यसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर मैं इस अनुरोध के समर्थन में पत्र लिख रहा हूं। मुझे विश्वास है कि आप (हमारी मांग से) सहमत होंगे।”

भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को जमीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई तत्काल प्रभाव से रोकने की सहमति बनी।

भाषा पारुल रंजन

रंजन