नयी दिल्ली, तीन सितंबर (भाषा) रेलवे ने झारखंड सरकार को टोरी स्टेशन पर पटरियों से ताना भगत प्रदर्शनकारियों को हटाने तथा घंटों से फंसी नयी दिल्ली-रांची स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस और दर्जनों मालगाड़ियों के लिए रास्ता साफ करने को कहा है।
पूर्व मध्य रेलवे के हाजीपुर डिवीजन के महाप्रबंधक ने झारखंड के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर प्रदर्शनकारियों को पटरियों से तुरंत हटाने को कहा है।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि टोरी स्टेशन पर जन आंदोलन के कारण बरकाकाना-गढ़वा रोड खंड में ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गयी है।
उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि राज्य में विगत में भी इस तरह के व्यवधानों से ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुयी है।
उन्होंने कहा कि झारखंड में ट्रेनों की आवाजाही में इस प्रकार के व्यवधान से मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों का संचालन प्रभावित होता है तथा विभिन्न महत्वपूर्ण सरकारी बिजली घरों को कोयले की आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है। इससे देश की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ने के साथ ही आम जनता को भी काफी असुविधा होती है।
उन्होंने कहा, ‘मैं इस विषय पर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा और संबंधित राज्य के अधिकारियों को उपयुक्त निर्देश जारी करने का अनुरोध करूंगा ताकि जन आंदोलनों के कारण ट्रेनों का संचालन बाधित नहीं हो।’’
एक अधिकारी ने कहा कि रांची जा रही राजधानी एक्सप्रेस और करीब 70 मालगाड़ियां बृहस्पतिवार को सुबह से ही फंसी हुयी हैं क्योंकि क्योंकि 250 से अधिक ताना भगत प्रदर्शनकारियों ने झारखंड के लातेहार जिले में टोरी जंक्शन पर रास्ते को अवरूद्ध कर दिया। वे अधिकार के साथ ही छोटानागपुर काश्तकारी कानून में संशोधन की मांग कर रहे हैं।
ताना भगत झारखंड के गुमला जिले में आदिवासियों का एक समुदाय है और इसके सदस्य महात्मा गांधी के सिद्धांतों के अनुयायी हैं। वे अंधविश्वास को खारिज करते हुए सरल जीवन जीते हैं।
राजधानी एक्सप्रेस को डालटेनगंज रेलवे स्टेशन पर सुबह करीब 5.30 बजे रोक दिया गया, जबकि मालगाड़ियां पूर्व मध्य रेलवे के बरकाकाना-बरवाडीह खंड में फंसी हुई थीं।
भाषा
अविनाश उमा
उमा