राजस्थान: भर्ती परीक्षा में नकल कर चयनित हुए चार कनिष्ठ लिपिक गिरफ्तार

राजस्थान: भर्ती परीक्षा में नकल कर चयनित हुए चार कनिष्ठ लिपिक गिरफ्तार

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  • Publish Date - December 7, 2025 / 10:37 PM IST,
    Updated On - December 7, 2025 / 10:37 PM IST

जयपुर, सात दिसंबर (भाषा) राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने राजस्थान उच्च न्यायालय की लिपिक भर्ती परीक्षा में अनुचित साधनों का इस्तेमाल कर चयनित हुए चार अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि आरोपियों ने परीक्षा में ‘हाइटेक’ उपकरणों का इस्तेमाल कर नकल की थी।

अतिरिक्त महानिदेशक (एसओजी) विशाल बंसल ने बताया कि राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा वर्ष 2022 में आयोजित कनिष्ठ न्यायिक सहायक, लिपिक ग्रेड-द्वितीय एवं सहायक लिपिक ग्रेड-द्वितीय की संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में अनुचित साधनों का इस्तेमाल कर चयनित हुए चार अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है। यह परीक्षा 12 मार्च और 19 मार्च 2023 को हुई थी।

इस परीक्षा में अनुचित साधनों के इस्तेमाल की जांच कर रही एसओजी को तकनीकी विश्लेषण और पूछताछ में यह पता चला कि पेपर लीक का मुख्य सरगना पौरव कालेर और उसका साथी तुलसाराम लाखों रुपये लेकर अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से उत्तर उपलब्ध करवा रहे थे। पौरव को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था।

विशेष टीम ने अब परीक्षा में चयनित चार अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। इनमें चूरू निवासी दिनेश कुमार, सीकर निवासी मनोज कुमार बोरान, चूरू निवासी रमेश कुमार और मनीष बुडिया शामिल हैं।

गिरफ्तारी के समय ये चारों आरोपी विभिन्न न्यायालयों में कनिष्ठ लिपिक के पद पर कार्यरत थे।

बंसल ने बताया कि अभ्यर्थियों से लाखों रुपये का सौदा किया गया था। इनमें दिनेश से तीन लाख रुपये, मनोज से चार लाख रुपये, रमेश से पांच लाख रुपये और मनीष से तीन लाख रुपये में सौदा हुआ था। सरगना ने नकल करवाने के लिए स्पेन से 90,000 रुपये का स्पाई कैमरा मंगाया था। गिरोह के दो सदस्य अभ्यर्थी बनकर परीक्षा में बैठे और प्रश्न पत्र मिलते ही स्पाई कैमरे से उसकी स्क्रीनशॉट लेकर तुरंत सरगना पौरव को भेज दिया। पौरव ने विशेषज्ञ टीम के साथ तुरंत प्रश्न पत्र हल किया। उसने विशेष डिवाइस की मदद से संपर्क वाले अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस से उत्तर पढ़वाए।

भाषा पृथ्वी सुरभि

सुरभि

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