बच्चों को ऑनलाइन गेम की लत से बचाने राज्य सरकार ने जारी की गाइडलाइन, देखें अहम सुझाव

बच्चों को ऑनलाइन गेम की लत से बचाने राज्य सरकार ने जारी की गाइडलाइन, देखें अहम सुझाव

बच्चों को ऑनलाइन गेम की लत से बचाने राज्य सरकार ने जारी की गाइडलाइन, देखें अहम सुझाव
Modified Date: November 29, 2022 / 07:51 pm IST
Published Date: September 19, 2021 5:26 pm IST

जयपुर, 19 सितंबर । राजस्थान सरकार ने बच्चों को ‘‘ऑनलाइन गेम’’ की लत से बचाने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों को परामर्श जारी किया है। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा शनिवार को जारी परामर्श में कुछ तकनीकी उपाय सुझाए गये हैं, जो बच्चों की गतिविधियों और उनके गेम खेलने पर नजर रखने में मददगार होंगे।

अभिभावकों और शिक्षकों से कहा गया है कि वे नजर रखें कि बच्चे के व्यवहार में अचानक कोई असामान्य परिवर्तन तो नहीं आया है या पहले के मुकाबले बहुत ज्यादा समय इंटरनेट, खास तौर पर सोशल मीडिया पर तो नहीं दे रहे हैं, या इसके बाद उनके व्यवहार में आक्रमकता तो नहीं है।

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परामर्श में कहा गया है कि घर में इंटरनेट के उपयोग के दौरान ‘इंटरनेट गेटवे’ का उपयोग करें, ताकि बच्चों द्वारा इंटरनेट के उपयोग, उसके लॉगइन और उसके द्वारा देखी जाने वाली सामग्री की प्रभावी निगरानी की जा सके। उसमें कहा गया है, यह सुनिश्चित करें कि बच्चा जिस कंप्यूटर का उपयोग करता है, वह एकांत में ना होकर घर में ऐसी जगह पर हो जहां सबकी नजर जाती हो।

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परिषद की उपायुक्त सना सिद्दीकी ने कहा, ‘‘तकनीक के इस युग में बच्चों के बीच ऑनलाइन गेम बहुत लोकप्रिय हैं। कोरोना वायरस के कारण स्कूल बंद होने से बच्चे पहले के मुकाबले मोबाइल और इंटरनेट पर ज्यादा समय देने लगे हैं, जिसके कारण बच्चों में ऑनलाइन गेमिंग भी तेजी से बढ़ी है।’’ उन्होंने कहा कि बच्चों को ऑनलाइन गेम आसानी से उपलब्ध हैं और उन्हें खेलने के लिए घर में कंप्यूटर, टैब और मोबाइल इंटरनेट से जुड़े हुए हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com