राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, बैठक दोपहर बारह बजे तक स्थगित

राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, बैठक दोपहर बारह बजे तक स्थगित

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  • Publish Date - July 23, 2025 / 11:28 AM IST,
    Updated On - July 23, 2025 / 11:28 AM IST

नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण बुधवार को राज्यसभा की बैठक शुरु होने के कुछ ही देर बाद दोपहर बारह बजे तक स्थगित कर दी गई।

हंगामे की वजह से सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया।

उच्च सदन की बैठक शुरु होने पर उपसभापति हरिवंश ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने सूचित किया कि नियत कामकाज स्थगित कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए उन्हें नियम 267 के तहत 25 नोटिस मिले हैं।

हरिवंश ने बताया कि कांग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह, रजनी अशोक राव पाटिल, नीरज डांगी, डॉ सैयद नासिर हुसैन, रेणुका चौधरी, तृणमूल कांग्रेस के साकेत गोखले, महुआ मांझी, सुष्मिता देव, द्रमुक के तिरुचि शिवा और राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा सहित कुछ सदस्यों ने बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की कवायद पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिए हैं।

उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी के संदीप कुमार पाठक तथा संजय सिंह ने अवैध अतिक्रमण हटाए जाने की वजह से विस्थापित हुए लोगों के मुद्दे पर तथा तृणमूल कांग्रेस के रीताव्रता बनर्जी ने बांग्लाभाषी प्रवासियों के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिए हैं।

उपसभापति ने बताया कि पूर्व में दी गई व्यवस्था के अनुपालन में ये नोटिस अस्वीकार कर दिए गए। नोटिस अस्वीकार किए जाने पर विपक्षी सदस्यों ने कड़ा विरोध जताया और हंगामा करने लगे। कुछ सदस्य अपने स्थानों से आगे भी आ गए।

हरिवंश ने सदस्यों से अपने स्थानों पर जाने और शून्यकाल चलने देने की अपील की। शून्यकाल के तहत उन्होंने एमडीएमके सदस्य एम वाइको को अपना मुद्दा उठाने की अनुमति दी। हंगामे के बीच ही वाइको ने तमिलनाडु के मछुआरों को श्रीलंका की नौसेना द्वारा पकड़े जाने का मुद्दा उठाया।

इस बीच हंगामा तेज हो गया और हरिवंश ने सदन में व्यवस्था बनते न देख करीब 11 बजकर आठ मिनट पर बैठक दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई सोमवार से शुरू हुआ है। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन में इस सत्र में अब तक शून्यकाल, प्रश्नकाल तथा अन्य विधायी कामकाज नहीं हो पाया है।

भाषा

मनीषा वैभव

वैभव