असम में अतिक्रमण हटाने के बाद जंगल में गैंडे की वापसी

असम में अतिक्रमण हटाने के बाद जंगल में गैंडे की वापसी

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  • Publish Date - January 18, 2023 / 03:34 PM IST,
    Updated On - January 18, 2023 / 03:34 PM IST

उत्तरी लखीमपुर, 18 जनवरी (भाषा) असम के लखीमपुर जिले में पावा संरक्षित वन के लगभग 90 प्रतिशत क्षेत्र से अतिक्रमण हटाए जाने के कुछ दिनों बाद उसी जगह पर एक गैंडा देखा गया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

इससे वन्यजीव रक्षकों को काफी खुशी हुई है।

लखीमपुर के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) अशोक कुमार देव चौधरी के अनुसार, संरक्षित वन से अतिक्रमण हटाए जाने के बाद वहां कुछ गांवों में मंगलवार को एक वयस्क गैंडे को घूमते देखा गया।

डीएफओ अशोक कुमार देव चौधरी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘ हालांकि, ग्रामीणों ने तीन गैंडों को देखने का दावा किया है, लेकिन हमने एक गैंडा देखा है। लोग गैंडों को परेशान कर रहे है। गैंडों ने कल तीन लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। ’’

मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने पावा संरक्षित वन के अंदर गैंडों के दिखाई देने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले ही जानवरों को अतिक्रमण से मुक्त भूमि में देखा गया था।

डीएफओ ने कहा कि 1941 में पावा संरक्षित वन 46 वर्ग किलोमीटर भूभाग में फैला था जिसमें से केवल 0.32 वर्ग किमी खाली था और बाकी सभी पर कब्जा (अतिक्रमण) किया गया था।

उन्होंने बताया कि पिछले तीन दशक के दौरान करीब 170 परिवारों ने पावा संरक्षित वन की भूमि पर कब्जा किया था। उनके अनुसार करीब 450 हेक्टेयर वनीय भूभाग पर कब्जे के बाद लोगों ने मकान बना लिए थे और कुछ जगह पर खेती कर रहे थे।

भाषा रवि कांत मनीषा

मनीषा