सामूहिक आकस्मिक अवकाश के बाद एनडीएमसी संचालित अस्पतालों के वरिष्ठ डॉक्टर करेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल

सामूहिक आकस्मिक अवकाश के बाद एनडीएमसी संचालित अस्पतालों के वरिष्ठ डॉक्टर करेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल

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  • Publish Date - October 26, 2020 / 06:35 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:23 PM IST

नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर (भाषा) उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) द्वारा संचालित अस्पतालों के मरीजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा क्योंकि वरिष्ठ डॉक्टरों ने लंबित वेतन को लेकर सोमवार को सामूहिक आकस्मिक अवकाश ले लिया और 27 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।

म्युनिसिपल कॉरपोरेशन डॉक्टर्स एसोसिएशन (एमसीडीए) की महासचिव मारूति सिन्हा ने कहा, ‘‘पिछले तीन महीनों का लंबित वेतन जारी करने सहित हमारी मांगें नहीं मानी गयी हैं, इसलिए कल से हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं।’’

एमसीडीए निगम के अस्पतालों के वरिष्ठ स्थायी चिकित्सकों का संघ है, जिसकी स्थापना 1974 में हुई थी और उसके करीब 1200 सदस्य हैं। इसमें दो अन्य नगर निगमों द्वारा संचालित अस्पतालों के चिकित्सक भी शामिल हैं।

सिन्हा ने कहा, ‘‘उत्तरी निगम के अस्पतालों के करीब 700 डॉक्टर एमसीडीए से जुड़े हैं। विरोध में हम सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर गए थे। हमारी अंतरात्मा इसकी इजाजत नहीं दे रही थी लेकिन हमारे डॉक्टर आपातकालीन वार्ड में भी मरीजों को देखने नहीं गए।’’

उन्होंने कहा कि प्रशासन ने शायद अनुबंध वाले डॉक्टरों की सेवाएं लीं।

एक अन्य वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि कई मरीजों को दूसरे अस्पतालों में जाने के लिए कह दिया गया और ओपीडी सेवा भी बंद रही।

उत्तरी निगम के अस्पतालों के वरिष्ठ डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए शाम में जंतर-मंतर पर मोमबत्ती जुलूस भी निकाला। हिंदू राव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन (आरडीए) के कुछ सदस्यों ने भी इसमें हिस्सा लिया।

बहरहाल, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने सोमवार को मांग की कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) हिंदू राव अस्पताल के डॉक्टरों के बकाया वेतन का तुरंत भुगतान करे।

रेजिडेंट डॉक्टरों और वरिष्ठ डॉक्टरों के बकाया वेतन का मुद्दा गंभीर रूप ले चुका है। तीनों नगर निगमों के मेयर आठ घंटे तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर धरना पर बैठ गए।

बाद में रात आठ बजे दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन ने उनसे मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने धरना खत्म किया। उत्तरी दिल्ली के मेयर जयप्रकश ने एक बयान में दावा किया कि जैन ने ‘‘आश्वस्त किया है कि दिल्ली सरकार से तीनों नगर निगमों का सभी बकाया 10 दिनों में जारी कर दिया जाएगा।’’

भाषा आशीष दिलीप

दिलीप