पूर्व एमएलसी सहित कई पहाड़ी कार्यकर्ता भाजपा में हुए शामिल

पूर्व एमएलसी सहित कई पहाड़ी कार्यकर्ता भाजपा में हुए शामिल

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  • Publish Date - February 24, 2024 / 05:31 PM IST,
    Updated On - February 24, 2024 / 05:31 PM IST

जम्मू, 24 फरवरी (भाषा) जम्मू कश्मीर के एक पूर्व विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) सहित बड़ी संख्या में पहाड़ी कार्यकर्ता शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए और पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने का संकल्प लिया।

भाजपा की जम्मू कश्मीर इकाई के प्रमुख रवींद्र रैना ने नये लोगों का पार्टी में स्वागत किया, जिनमें से ज्यादातर नेशनल कॉन्फ्रेंस से जुड़े हुए थे।

वर्ष 2019 में नेशनल पैंथर्स पार्टी से नेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए विधान परिषद के पूर्व सदस्य (एमएलसी) सैयद मोहम्मद रफीक शाह और उनके समर्थक जम्मू में पार्टी के राज्य मुख्यालय में भाजपा में शामिल हो गए।

केंद्र सरकार द्वारा इस महीने की शुरुआत में पहाड़ी भाषी लोगों सहित चार और समुदायों को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने के बाद पूर्व मंत्री मुश्ताक अहमद शाह बुखारी और पूर्व एमएलसी शाहनाज गनई सहित कई प्रमुख पहाड़ी नेता पहले भाजपा में शामिल हुए थे।

उत्तर कश्मीर के बारामूला जिले के त्रेहगाम क्षेत्र निवासी शाह ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास, शांति और समाज के वंचित वर्गों को न्याय प्रदान करने के प्रयासों को देखते हुए मैंने भाजपा में शामिल होने का एक सचेत निर्णय लिया है।’

उन्होंने कहा कि पच्चीस वर्षों से अधिक समय तक जम्मू कश्मीर पहाड़ी जनजातीय आंदोलन के अध्यक्ष के रूप में, वे समुदाय के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जिसे अंततः मोदी सरकार ने पूरा किया।

गत 20 फरवरी को जम्मू में प्रधानमंत्री की जनसभा में नजर आए शाह ने कहा, ‘पिछली सरकारों ने हमें केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया, लेकिन मोदी सरकार ने न्याय किया।’

एक अलग समारोह में, राजौरी के कोटरंका से प्रमुख नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता मोहम्मद अयूब पहलवान के नेतृत्व में दर्जनों पहाड़ी कार्यकर्ता रैना की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। भाजपा नेता ने कहा, ”राजनीतिक दिग्गजों का भाजपा में शामिल होना प्रधानमंत्री द्वारा जम्मू कश्मीर में किए गए कार्यों पर मुहर है।”

रैना ने कहा कि पार्टी के दरवाजे हर उस व्यक्ति के लिए खुले हैं, जो इसमें शामिल होना चाहता है और लोगों की सेवा करना चाहता है।

भाषा अमित दिलीप

दिलीप