प्रदर्शन रैली में पंजाब भाजपा के कई नेता हिरासत में, बाद में रिहा किए गए

प्रदर्शन रैली में पंजाब भाजपा के कई नेता हिरासत में, बाद में रिहा किए गए

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  • Publish Date - October 22, 2020 / 01:29 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:05 PM IST

चंडीगढ़,22 अक्टूबर (भाषा) भाजपा की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा,पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय सांपला सहित पार्टी की राज्य इकाई के अनेक नेताओं को बृहस्पतिवार को ‘दलित इंसाफ यात्रा’ निकालने पर जालंधर में हिरासत में ले लिया गया।

पुलिस ने कहा कि भाजपा नेताओं ने ‘यात्रा’ निकालने से पूर्व अनुमति नहीं ली थी।

पार्टी की पंजाब इकाई ने अनुसूचित जाति के लोगों पर कथित अत्याचार और राज्य में वजीफा घोटाले के विरोध में ‘यात्रा’ निकालने कर निर्णय किया था।

यह यात्रा जालंधर से शुरू हो कर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के आवास पर जा कर समाप्त होनी थी। जैसे ही भाजपा नेताओं ने जालंधर के सूर्या एंक्लेव से वाहनों से यात्रा निकालनी शुरू की,पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में ले लिया।

हिरासत में लिए गए लोगों में पार्टी के महासचिव जीवन गुप्ता और पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया शामिल हैं। इन लोगों को बस से सर्किट हाउस तक लाया गया, इसके बाद रिहा कर दिया गया।

भाजपा नेता एवं केन्द्रीय मंत्री सोम प्रकाश के बाद में संवाददाताओं से कहा कि कथित तौर पर करोड़ों रुपए के पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति वजीफा घोटाले और दलितों पर ‘अत्याचार’ के विरोध में प्रदर्शन रैली निकाली जानी थी।

उन्होंने कहा,‘‘ हम इस रैली के जरिए राज्य सरकार को इस मुद्दे पर जगाना चाहते थे।’’

पंजाब भाजपा प्रमुख शर्मा ने कहा कि जब तक अनुसूचित जाति के लोगों को न्याय नहीं मिल जाता तब तक पार्टी संघर्ष जारी रखेगी।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री सांपला ने भाजपा की प्रदर्शन रैली को रोके जाने को असंवैधानिक करार दिया।

पार्टी ने कथित वजीफा घोटाला मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।

गौरतलब है कि अनुसूचित जाति वजीफा योजना में कथित तौर पर 64 करोड़ रुपए की हेरा फेरी की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

भाषा

शोभना उमा

उमा