कर्नाटक में सत्ता को लेकर खींचतान के बीच शिवकुमार और जारकीहोली की मुलाकात चर्चा का विषय बनी

कर्नाटक में सत्ता को लेकर खींचतान के बीच शिवकुमार और जारकीहोली की मुलाकात चर्चा का विषय बनी

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  • Publish Date - December 5, 2025 / 10:39 PM IST,
    Updated On - December 5, 2025 / 10:39 PM IST

बेंगलुरु, पांच दिसंबर (भाषा) कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर सत्ता को लेकर जारी खींचतान के बीच उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और वरिष्ठ मंत्री सतीश जारकीहोली के बीच एक विवाह समारोह के दौरान मुलाकात के बाद से अटकलें जारी हैं।

जारकीहोली को मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का करीबी माना जाता है और राजनीतिक हलकों में यह बात जगजाहिर है कि उनके और शिवकुमार के बीच मतभेद थे। शिवकुमार, कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी हैं।

शिवकुमार जारकीहोली के बीच मुलाकात बृहस्पतिवार रात एक विवाह समारोह के दौरान हुई।

हाल के दिनों में दोनों नेताओं के बीच यह दूसरी ऐसी मुलाकात है। पिछली मुलाकात 25 नवंबर की रात को हुई थी। ऐसी खबरें थीं कि शिवकुमार ने मुख्यमंत्री पद की अपनी महत्वाकांक्षा के लिए जारकीहोली का समर्थन मांगा था और मतभेदों को दूर रखकर साथ मिलकर काम करने की जरूरत बताई थी।

जारकीहोली को कांग्रेस की प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाए जाने की भी खबरें थीं।

शिवकुमार और जारकीहोली दोनों ने शुक्रवार को अपनी पिछली रात की मुलाकात के बारे में अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि यह एक विवाह समारोह में एक अनौपचारिक मुलाकात थी।

शिवकुमार ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘सतीश जारकीहोली और मैं सहकर्मी हैं। हम दोपहर में कैबिनेट बैठक में मिलते हैं, रात में हम रात्रिभोज पर मिल सकते हैं, सुबह नाश्ते पर मिल सकते हैं। अब, एम बी पाटिल (मंत्री) और मैंने राज्य में निवेश आकर्षित करने और पड़ोसी राज्यों व वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के बारे में एक घंटे तक चर्चा की। हम राज्य के हित में चर्चा करते हैं।’’

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह सच है कि सतीश और मेरी मुलाकात रात में एक शादी समारोह में हुई थी। हमने पार्टी और राज्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। हम सभी सहयोगी हैं। आप (मीडिया) हमें दुश्मन समझते हैं।’’

जब उनसे कहा गया कि उनकी मुलाकात को लेकर काफी उत्सुकता थी, तो शिवकुमार ने कहा, ‘‘राजनीति में ऐसा कुछ नहीं है। दोस्ती और जुड़ाव होगा।’’

जारकीहोली ने भी पुष्टि की कि उनकी और शिवकुमार की मुलाकात शादी समारोह में हुई थी और उन्होंने साथ में खाना भी खाया था, ‘‘बस इतना ही।’’

जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने 15 मिनट तक अलग से मुलाकात की थी और यह उनके बीच दूसरी मुलाकात थी, तो उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, ‘‘15 मिनट क्यों? हो सकता है कि हमने अलग से लंबी बातचीत की हो।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक शादी समारोह था और उन्हें एक-दूसरे के उसमें आने की जानकारी नहीं थी। वह (शिवकुमार) पार्टी अध्यक्ष हैं। हम मिले और एक-दूसरे से सामान्य रूप से बात की।’’

शिवकुमार द्वारा उनके लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद खाली करने की बातचीत के बारे में पूछे गए सवाल पर, जारकीहोली ने कहा, ‘‘ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है और अभी ऐसी स्थिति नहीं आई है। जब स्थिति आएगी, तब देखेंगे। पार्टी स्तर पर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या शिवकुमार ने उनसे समर्थन मांगा है, उन्होंने कहा, ‘‘नहीं, यह सवाल ही नहीं उठता। पार्टी तय करेगी।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या विधानसभा सत्र के लिए नेतृत्व के मुद्दे पर पार्टी में अस्थायी शांति हुई है, जारकीहोली ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि यह अस्थायी है या स्थायी…मुझे लगता है कि अब यह खींचतान थम गई है।’’

इस बीच, आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, शिवकुमार ने शुक्रवार को मंत्रियों एम बी पाटिल और प्रियंक खरगे (जो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे हैं) के साथ बैठक की। ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि उप-मुख्यमंत्री अपनी मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ाने के लिए वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों से संपर्क कर रहे हैं।

हालांकि, उद्योग मंत्री पाटिल ने कहा कि उनके बीच यह बैठक पूरी तरह से निवेश आकर्षित करने और बुनियादी ढांचे के संबंध में थी।

भाषा

अमित खारी

खारी