बेंगलुरु, नौ दिसंबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से दो केंद्रीय एजेंसियों के जरिये अरहर दाल की एमएसपी पर खरीद के लिए तुरंत मंजूरी देने का आग्रह किया है।
उन्होंने राज्य के प्रमुख खरीद केंद्रों पर इनके संचालन की व्यवस्था शीघ्र प्रभाव से कराने का भी आग्रह किया है ताकि फसल की अधिकतम आमद शुरू होने से पहले ही खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से शुरू हो सके।
उन्होंने चेतावनी दी कि इस महत्वपूर्ण मोड़ पर किसी भी प्रकार की देरी से किसानों में असंतोष पनप सकता है और कीमतों में गिरावट हो सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी को आठ दिसंबर को लिखे और मंगलवार को मीडिया के साथ साझा किए गए एक पत्र में सिद्धरमैया ने याद दिलाया कि कर्नाटक सरकार ने पहले ही राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) और राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ) के माध्यम से अरहर दाल की एमएसपी आधारित खरीद के लिए तत्काल मंजूरी को लेकर एक औपचारिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया है।
उन्होंने कहा, ‘हालांकि, हम अभी भी केंद्र सरकार के जवाब का इंतज़ार कर रहे हैं, जबकि बाज़ार में आवक तेज़ी से बढ़ रही है।’
पत्र में, सिद्धरमैया ने कहा कि चालू खरीफ़ सीज़न (2025-26) के दौरान, कर्नाटक में लगभग 16.80 लाख हेक्टेयर में अरहर दाल की फसल बोई गई है, जिसका उत्पादन 12.60 लाख मीट्रिक टन से अधिक होने का अनुमान है।
उन्होंने कहा कि यह फसल कलबुर्गी, यादगीर, बीदर, रायचूर, विजयपुर, कोप्पल, बेलगावी, बेल्लारी, विजयनगर, बागलकोट, कोलार, चिक्कबल्लापुरा और चित्रदुर्ग सहित प्रमुख उत्पादक जिलों के किसानों की आय की रीढ़ है।
सिद्धरमैया के अनुसार, वर्तमान में, आदर्श बाजार मूल्य 5,830 रुपये से 6,700 रुपये प्रति क्विंटल के बीच है, जबकि 2025-26 के लिए अरहर दाल को लेकर घोषित एमएसपी लगभग 28,000 रुपये प्रति क्विंटल है। दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 के बीच अधिकतम आवक की उम्मीद है, लेकिन केंद्र सरकार खरीद केंद्र केवल फरवरी और मार्च में ही खोलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह स्पष्ट है कि केंद्र सरकार द्वारा समय पर निर्णायक हस्तक्षेप नहीं किए जाने से किसानों को आय संबंधी गंभीर झटका लग सकता है।’
भाषा आशीष नरेश
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