सीतारमण के आठवें बजट में मध्यम वर्ग के लिए घोषणाएं, बिहार का कई बार हुआ उल्लेख

सीतारमण के आठवें बजट में मध्यम वर्ग के लिए घोषणाएं, बिहार का कई बार हुआ उल्लेख

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  • Publish Date - February 1, 2025 / 05:42 PM IST,
    Updated On - February 1, 2025 / 05:42 PM IST

(तस्वीर सहित)

नयी दिल्ली, एक फरवरी (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को जब संसद में अपना आठवां बजट पेश किया तो वह मधुबनी कढ़ाई वाली रेशमी साड़ी पहनकर पहुंची थी।

सीतारमण के बजट भाषण के दौरान सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सदस्यों ने बिहार का कई बार उल्लेख होने पर मेजें थपथपाकर खुशी जताई। इन घोषणाओं में आईआईटी-पटना में बुनियादी ढांचे को बढ़ाने से लेकर भगवान बुद्ध से संबंधित स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देना शामिल है।

इसके लिए विपक्ष ने सरकार पर उसकी ‘गठबंधन मजबूरियों’ को लेकर व्यंग्य कसा।

सीतारमण लोकसभा में जब बजट पेश करने के लिए उठीं, तो विपक्ष के कुछ सदस्य प्रयागराज कुंभ में भगदड़ में 30 लोगों की मौत पर सरकार से बयान की मांग करते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। कुछ देर बाद वे पीछे चले गए।

हालांकि, जब वित्त मंत्री ने 12 लाख रुपये की वार्षिक आय वालों के लिए शून्य आयकर की घोषणा की, तो विपक्षी खेमे में शांति देखी गई।

सीतारमण ने जब कर प्रस्तावों की घोषणा की तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी कुछ देर तक मेज थपथपाते देखा गया। वहीं, सत्तापक्ष के सदस्य भी आयकर संबंधी घोषणाओं पर खुशी मनाते हुए मेजें थपथपा रहे थे और ‘मोदी, मोदी’ के नारे लगा रहे थे। हालांकि विपक्षी खेमे की तरफ से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई।

इससे पहले, समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस सदस्य गौरव गोगोई के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने महाकुंभ में भगदड़ में हुई मौतों का मुद्दा उठाया।

उन्होंने ‘धर्म विरोधी सरकार मुर्दाबाद’ जैसे नारे लगाए और सपा सदस्य आसन के समीप आ गए। करीब दो मिनट तक नारेबाजी करने के बाद विपक्ष ने लोकसभा से सांकेतिक वॉकआउट किया।

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सदस्य अन्य विपक्षी दलों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए।

सीतारमण ने आज सुनहरी किनारी और मधुबनी कढ़ाई वाली सफेद रेशमी साड़ी पहनी हुई थी। उन्होंने ऊपर से शॉल भी डाल रखा था।

अधिकारियों ने बताया कि यह साड़ी पद्मश्री सम्मान विजेता कलाकार दुलारी देवी ने वित्त मंत्री को तब भेंट की थी, जब वह मधुबनी में मिथिला कला संस्थान गई थीं।

उन्होंने कहा कि दुलारी देवी ने सीतारमण से अनुरोध किया था कि जब वह बजट पेश करें तो यही साड़ी पहनें।

वित्त मंत्री सुबह 10:52 बजे लोकसभा कक्ष में दाखिल हुईं और साथी मंत्रियों और सांसदों ने उनका अभिनंदन किया। प्रधानमंत्री ने सुबह 11 बजे से कुछ सैकंड पहले ‘भारत माता की जय’ के नारों के बीच लोकसभा कक्ष में प्रवेश किया। इस दौरान विपक्ष की ओर से ‘जय भीम’ और ‘जय संविधान’ के नारे सुने गए।

सीतारमण के बजट भाषण का एक मुख्य आकर्षण बिहार का उल्लेख था, जहां इस साल के अंत में चुनाव होने हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जदयू-भाजपा सरकार सत्ता पर पकड़ बरकरार रखना चाहेगी।

कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) केंद्र में सत्तारूढ़ राजग का एक प्रमुख घटक भी है, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अपने दम पर स्पष्ट बहुमत प्राप्त नहीं है।

बिहार में व्यापक रूप से उत्पादित मखानों के लिए एक मखाना बोर्ड और किसान उत्पादक संगठन स्थापित करने, राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान और पूर्वी राज्य में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के निर्माण की वित्त मंत्री की घोषणाओं ने विपक्षी सदस्यों के बीच ‘बिहार’ की चर्चा को जन्म दे दिया।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को सदन में बिहार के सदस्यों को राज्य से संबंधित घोषणाओं का स्वागत करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए देखा गया।

सीतारमण के बजट भाषण के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उनके पास जाकर उन्हें बधाई दी। केंद्रीय मंत्रियों राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल और सत्तारूढ़ खेमे के अन्य नेताओं को भी बजट प्रस्तुति के बाद वित्त मंत्री को बधाई देते हुए देखा गया।

भाषा वैभव नरेश

नरेश