नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को दावा किया अग्निपथ योजना न केवल रंगरूटों के भविष्य को अनिश्चित बनाएगी, बल्कि भारत की सुरक्षा के साथ ‘समझौता’ भी करेगी। आप ने साथ ही प्रदर्शनकारियों को हिंसा से दूर रहने और नयी सैन्य भर्ती योजना के खिलाफ ‘‘आंदोलन’’ को बनाये रखने के लिए योजना तैयार करने का आह्वान किया।
आप के राज्यसभा सदस्य एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि नरेंद्र मोदी सरकार को अंततः इस योजना को वापस लेना होगा, यदि इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसा के बिना लोकतांत्रिक तरीके से जारी रहता है। उन्होंने कहा कि आप नयी सैन्य भर्ती योजना का विरोध करने के लिए पहले ही सड़कों पर उतर चुकी है और आगामी मानसून सत्र के दौरान संसद में भी इस मुद्दे को मजबूती से उठाएगी।
देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शनों के बीच सेना ने सोमवार को अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना के तहत सैनिकों को भर्ती करने के लिए एक अधिसूचना जारी की, जिसके तहत आवेदकों का ऑनलाइन पंजीकरण अगले महीने से शुरू होगा।
14 जून को घोषित अग्निपथ योजना में साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को केवल चार साल के लिए भर्ती करने का प्रावधान है, जिसमें से 25 प्रतिशत को 15 और वर्षों तक बनाए रखा जाएगा। सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया है।
आप सांसद ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं युवाओं से कहना चाहता हूं कि आप अपने आंदोलन को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए एक योजना तैयार करें ताकि (केंद्र) सरकार पर दबाव बनाया जा सके। हिंसा के जरिये यह आंदोलन लंबे समय तक नहीं चलेगा।’’
सिंह ने अपनी पार्टी का समर्थन जताते हुए आंदोलनकारियों को विरोध प्रदर्शन करने के लोकतांत्रिक तरीके का पालन करने की सलाह दी ताकि ‘‘(केंद्र) सरकार और भाजपा को आपके खिलाफ दुष्प्रचार करने का मौका न मिले।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम पहले ही सड़कों पर इस योजना का विरोध कर रहे हैं। जैसे ही संसद का सत्र शुरू होगा, हम इस मुद्दे को वहां भी मजबूती से उठाएंगे। सरकार को इस योजना को वापस लेना होगा, इससे कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं होगा।’’
राष्ट्रव्यापी विरोध के बावजूद अग्निपथ योजना पर आगे बढ़ने के लिए केंद्र की आलोचना करते हुए, सिंह ने दावा किया, ‘‘मोदी सरकार की नयी सैन्य भर्ती योजना सेना के तीनों अंगों में भर्ती होने वाले युवाओं को चार साल की सेवा के बाद बेरोजगार छोड़ देगी बल्कि भारत की सुरक्षा से समझौता भी करेगी।’’
उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र पर इस योजना को लागू करके देश और सेना को ‘धोखा’ देने का आरोप लगाया और मांग की कि प्रधानमंत्री अपनी ‘गुफा’ से बाहर आएं और इसे वापस लेने की घोषणा करें।
आप नेता ने कहा, ‘‘मोदी जी देश के युवाओं के गुस्से से मत खेलो। जिस तरह से वे आपको अपने कंधों पर उठाकर सत्ता के शीर्ष पर ले आए, वे अपने वोटों की ताकत से आपकी सरकार को गिरा देंगे।’’
भाषा अमित माधव
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