नयी दिल्ली, 27 सितंबर (भाषा) आगरा का ताजमहल वित्तीय वर्ष 2024-25 में घरेलू और विदेशी पर्यटकों के बीच, केंद्र द्वारा संरक्षित एवं प्रवेश शुल्क वाला सबसे लोकप्रिय स्मारक रहा। पर्यटन मंत्रालय की ओर से 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर जारी रिपोर्ट से यह जानकारी मिली।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन (एफटीए) का आंकड़ा 2024 में 99.5 लाख तक पहुंच गया, जो 2023 से 4.52 फीसदी अधिक है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित एवं प्रवेश शुल्क वाले स्मारकों में “ताजमहल घरेलू (62.6 लाख) और विदेशी (6.45 लाख) पर्यटकों, दोनों के आगमन के लिहाज से शीर्ष पर रहा।”
मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में ताजमहल बनवाया था। इस भव्य स्मारक का निर्माण 1631 से 1648 के बीच हुआ था और यह यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है।
रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू पर्यटकों के बीच लोकप्रिय, अन्य प्रवेश शुल्क वाले स्मारकों में ओडिशा का कोणार्क स्थित सूर्य मंदिर (35.7 लाख) और दिल्ली स्थित कुतुब मीनार (32 लाख) शामिल हैं।
इसमें कहा गया है कि विदेशी पर्यटकों के बीच ताजमहल के बाद आगरा किला (2.2 लाख पर्यटक) और कुतुब मीनार (2.2 लाख पर्यटक) का स्थान है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 में भारत की यात्रा करने वाले प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) की संख्या 1.062 करोड़ तक पहुंच गई, जो 2023 के मुकाबले 13.22 फीसदी और 2019 के महामारी-पूर्व स्तर की तुलना में 52.15 प्रतिशत अधिक है।
इसमें कहा गया है कि 2024 में भारत में अंतरराष्ट्रीय पर्यटक आगमन (आईटीए) 2.05 करोड़ तक पहुंच गया, जो एक साल पहले की तुलना में 8.89 फीसदी और 2019 के मुकाबले 14.82 प्रतिशत की वृद्धि है।
केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
भाषा पारुल सुभाष
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