तमिलनाडु के राज्यपाल ने कलैगनार विश्वविद्यालय विधेयक राष्ट्रपति के पास विचारार्थ भेजा

तमिलनाडु के राज्यपाल ने कलैगनार विश्वविद्यालय विधेयक राष्ट्रपति के पास विचारार्थ भेजा

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  • Publish Date - August 6, 2025 / 03:36 PM IST,
    Updated On - August 6, 2025 / 03:36 PM IST

चेन्नई, छह अगस्त (भाषा) तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने कलैगनार विश्वविद्यालय विधेयक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास विचारार्थ भेज दिया है। राज्य विधानसभा ने यह विधेयक इस वर्ष की शुरुआत में पारित किया था। सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

इस विधेयक में भारतीदासन विश्वविद्यालय का विभाजन करके कुंभकोणम में कलैगनार विश्वविद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव है, जिसका उद्देश्य अरियालुर, नागपट्टनम, तंजावुर और तिरुवरुर जिलों के छात्रों की उच्च शिक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करना है।

इसका नाम पूर्व मुख्यमंत्री एवं द्रमुक के संरक्षक एम करुणानिधि के नाम पर रखा गया है, जो मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के पिता हैं। विधेयक को स्वीकृति मिलने के बाद स्टालिन इसके पहले कुलपति होंगे।

यह विधेयक राज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति को भेजे गए दो विधेयकों में से एक है। अधिकारी ने बताया कि दूसरा विधेयक तमिलनाडु शारीरिक शिक्षा एवं खेल विश्वविद्यालय अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव करता है, ताकि राज्य सरकार को खेल विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति और उन्हें हटाने का अधिकार मिल सके।

दोनों विधेयक अप्रैल में विधानसभा द्वारा पारित किए गए थे और बाद में राज्यपाल के पास स्वीकृति के लिए भेजे गए थे। राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री गोवी चेझियान ने पहले घोषणा की थी कि नया विश्वविद्यालय शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से काम करना शुरू कर देगा।

हालांकि, अधिकारी ने बताया कि मंजूरी मिलने में देरी के कारण उद्घाटन में बाधा पैदा हुई है।

भाषा

गोला सुरेश

सुरेश