मंदिर के अंदर पुजारी का फांसी पर लटकते मिला शव, लोग दर्शन करने पहुंचे तो अंदर से बंद था दरवाजा

मंदिर के अंदर पुजारी का फांसी पर लटकते मिला शव, लोग दर्शन करने पहुंचे तो अंदर से बंद था दरवाजा

मंदिर के अंदर पुजारी का फांसी पर लटकते मिला शव, लोग दर्शन करने पहुंचे तो अंदर से बंद था दरवाजा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:44 pm IST
Published Date: August 14, 2020 1:07 pm IST

शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर में एक मंदिर के पुजारी का शव मंदिर परिसर में ही कुंडे से लटका मिला है, शुक्रवार की सुबह जब भक्त दर्शन करने पहुचे तो मंदिर का दरवाजा अंदर से बंद था। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने दरवाजा खोला तो पुजारी फांसी के फंदे पर झूल रहा था।

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यह घटना थाना खुदागंज के ग्राम रामपुर नवदिया गांव की है। जहां राम जानकी मंदिर में 50 वर्षीय बाबा रामगिरी दास मंदिर के पुजारी थे, लगभग एक साल पहले गांव के दो लोग उनको दूसरे जनपद के एक मंदिर से लेकर अपने गांव आए थे। मंदिर में रहकर ही वह उसकी देखरेख और पूजा-पाठ करते थे।

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आज सुबह जब लोग भगवान के दर्शन करने पहुंचे, तो काफी देर तक वह मंदिर का दरवाजा खटखटाते रहे। लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने जैसे ही दरवाजा खोला, तो सभी के होश उड़ गए। मंदिर के पुजारी की लाश फांसी के फंदे पर लटकी थी। परिवार से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।

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 ग्रामीणों के मुताबिक हर रोज इसी मंदिर में ग्रामीण पूजा करने आते थे। बाबा के ही हाथों से प्रसाद चढ़वाते और पूजा कराते थे। बाबा रामगिरी दास अच्छे स्वभाव के थे। ग्रामीणों का कहना है कि पहले कभी भी बाबा ने ऐसी कोई परेशानी नहीं बताई,जिससे ऐसा लगे कि बाबा बहुत परेशान है। एक साल पहले जो शख्स बाबा को लेकर आए थे, उनकी कुछ दिन पहले मौत हो गई थी। तब से बाबा जरूर थोड़ा परेशान थे।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com