भुवनेश्वर, 21 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस की ओडिशा इकाई ने रविवार को कहा कि पार्टी कार्यकर्ता केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा का नाम बदलकर ‘विकसित भारत-जी राम जी’ करने के फैसले को वापस लेने की मांग को लेकर सोमवार को सभी जिलों में धरना देंगे।
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को विकसित भारत गारंटी रोजगार एवं आजीविका मिशन (विकसित भारत-जी राम जी) विधेयक को अपनी मंजूरी दे दी।
विपक्ष के विरोध के बीच, संसद ने हाल में ‘विकसित भारत-जी राम जी’ विधेयक 2025 पारित किया था। इसका उद्देश्य मौजूदा ग्रामीण रोजगार कानून, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) की जगह लेना और प्रत्येक ग्रामीण परिवार को प्रति वित्तीय वर्ष 125 दिन का रोजगार सुनिश्चित करना है।
मीडिया को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भक्त चरण दास ने आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने न केवल मनरेगा का नाम बदला है, बल्कि गरीबों का शोषण करने के लिए योजना के कई प्रावधानों में भी बदलाव किया है।
उन्होंने सवाल किया, ‘जब आपने गरीबों को कुछ नहीं दिया है तो आप उनसे कांग्रेस द्वारा प्रदान किए गए लाभ क्यों छीन रहे हैं?’
उन्होंने बताया कि पार्टी ने सोमवार को कांग्रेस के सभी संगठनात्मक जिलों में महात्मा गांधी की प्रतिमाओं के सामने धरना देने और विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
विरोध प्रदर्शनों के तहत कांग्रेस कार्यकर्ता मार्च निकालेंगे और अधिनियम (मनरेगा) का नाम बदलने के फैसले को वापस लेने की मांग करते हुए जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौंपेंगे।
दास ने कहा कि पार्टी 23 और 24 दिसंबर को पश्चिमी और दक्षिणी ओडिशा के विभिन्न जिलों में, धान की खरीद में कथित अनियमितताओं के विरोध में भी प्रदर्शन करेगी।
भाषा शुभम सुभाष
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