तिरुवनंतपुरम। सोशल मीडिया पर दक्षिणपंथी समूह के धमकी दिए जाने का एक और मामला सामने आय है। सोशल मीडिया पर दक्षिणपंथी ग्रुप से कथित तौर पर धमकी मिलने के बाद मलयालम लेखक एस हरीश ने अपना उपन्यास वापस ले लिया है। हरीश का पहला उपन्यास ‘मीशा’ किस्तों में एक समाचार पत्र में प्रकाशित हो रहा था। समाचार पत्र के संपादक ने ट्वीट किया कि एस हरीश ने अपना उपन्यास वापस ले लिया है।
कहा जा रहा है कि लेखक और उनके परिजनों को सोशल मीडिया पर विरोधियों ने धमकी दी थी। दक्षिणपंथी ग्रुप का आरोप है कि हरीश के उपन्यास में मंदिर जाने वाली महिलाओं को गलत तरीके से दिखाया गया है। वहीं मामले में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि जो लोग हिंदुत्व तालिबान के उभरने पर दी गई मेरी चेतावनी पर भरोसा नहीं करते, उन्हें हरीश के साथ हुई घटना से सबक लेना चाहिए।
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बता दें कि हरीश का उपन्यास अब तक 3 किश्तों में आ चुका था। उन्होंने भी उपन्यास वापस लेने की पुष्टि की है। पत्रिका के संपादक ने इसे केरल के सांस्कृतिक इतिहास के लिए दुखद दिन बताया है।
वेब डेस्क, IBC24