Calling Name Presentation Service: अनजान नंबर का टेंशन ख़त्म!.. अब कॉल करने वाले का नाम भी होगा मोबाईल पर डिस्प्ले, इस वजह से फैसला..

डीओटी ने इस सेवा के तहत आम लोगों के प्राइवेसी की चिंताओं को भी दूर कर दिया है। उन्होंने बताया है कि, यह ट्रू-कॉलर एप्प से अलग है क्योंकि इसे सरकार की मंजूरी प्राप्त है। जहां तक नेम डिस्प्ले का सवाल है तो फोन में वही नाम डिस्प्ले होगा, जो दस्तावेज सिमकार्ड खरीदने के दौरान रिटेलर के पास जमा किये गए है।

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  • Publish Date - October 29, 2025 / 10:25 AM IST,
    Updated On - October 29, 2025 / 10:25 AM IST

Calling Name Presentation Service || image- Telegraph India file

HIGHLIGHTS
  • ट्राई ने दी CNAP सेवा को मंजूरी
  • अब मोबाइल पर दिखेगा कॉलर का नाम
  • फ्रॉड कॉल्स से बचाव में मिलेगी मदद

Calling Name Presentation Service: नई दिल्ली: क्या आप भी हर दिन नए और अनजान नम्बरो से आ रहे फोन कॉल से परेशान है? ऐसे में अब आपकी परेशानी दूर होने वाली है। ट्राई यानी टेलीकॉम रेग्युलेशन अथॉरिटी ने कॉलिंग नेम प्रेसेंटेशन सर्विस यानी सीएनएपी को मंजूरी दे दी है। टेलीकॉम सेक्टर में धोखाधड़ी रोकने के मकसद से उठाया गया यह क्रांतिकारी फैसला है। ऐसे में अब आपके फोन पर सिर्फ नंबर नहीं बल्कि कॉल करने वाले का नाम भी डिस्प्ले होगा। इससे आप न सिर्फ साइबर फ्रॉड से बच पाएंगे बल्कि कॉल करने वाले की भी जानकारी आपके पास होगी। पहले कॉलर की जानकारी पाने के लिए एक्सटर्नल एप जैसे ट्रू-कॉलर जैसे एप्लिकेशन का सहारा लेना पड़ता था।

डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलीकॉम ने दिए निर्देश

संबंधित विभाग ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि वो अगले 1 हफ्ते में सीएनएपी सेवा कम से कम एक सर्किल में शुरू करें। उसके बाद धीरे-धीरे देशभर में इसे लागू किया जाएगा। डीओटी ने कंपनियों से इस सेवा के तकनीकी परीक्षण (Technical Trials) की रिपोर्ट भी मांगी है। टेलीकॉम विभाग का कहना है कि ‘कॉलर नेम डिस्प्ले सेवा’ से डिजिटल सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा और मोबाइल फ्रॉड्स पर लगाम लगेगी। इस डिफ़ॉल्ट सुविधा को निष्क्रिय किया जा सकता है, और इसका परीक्षण पिछले साल मुंबई और हरियाणा में किया गया था।

Calling Name Presentation Service: दूसरी तरफ डीओटी ने इस सेवा के तहत आम लोगों के प्राइवेसी की चिंताओं को भी दूर कर दिया है। उन्होंने बताया है कि, यह ट्रू-कॉलर एप्प से अलग है क्योंकि इसे सरकार की मंजूरी प्राप्त है। जहां तक नेम डिस्प्ले का सवाल है तो फोन में वही नाम डिस्प्ले होगा, जो दस्तावेज सिमकार्ड खरीदने के दौरान रिटेलर के पास जमा किये गए है।

क्या है CNAP के फायदे?

  • अनजान कॉल करने वाले की पहचान सुनिश्चित हो सकेगी।
  • बैंक या ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर आने वाले फोनकॉल को पहचानने में मदद मिल सकेगी।
  • अगर आप किसी का फोन रिसीव नहीं करना चाहते तो भी कॉल अवॉइड में आसानी होगी।
  • नाम डिस्प्ले होने से कॉलर्स और यूजर्स के बीच ट्रांसपेरेंसी बढ़ेंगी।

इन्हें भी पढ़ें:

1. CNAP सर्विस क्या है?

CNAP एक सरकारी मंजूर सेवा है जिसमें कॉलर का नाम मोबाइल स्क्रीन पर दिखेगा।

2. CNAP कब से लागू होगी?

डीओटी ने टेलीकॉम कंपनियों को एक हफ्ते में पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने का निर्देश दिया है।

3. क्या CNAP से प्राइवेसी पर असर पड़ेगा?

नहीं, इसमें वही नाम दिखेगा जो सिम खरीदते समय दस्तावेज़ों में दर्ज हुआ था।