नयी दिल्ली, 29 दिसंबर (भाषा) दिल्ली में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है जो भीड़-भाड़ वाले बाजारों में सड़कों पर जानबूझकर राहगीरों से टकराकर झगड़ा शुरू करते थे और इस बीच उनके कीमती सामान चुरा लेते थे। यह जानकारी पुलिस ने सोमवार को दी।
पुलिस ने बताया कि दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से एक कुख्यात अपराधी है। पुलिस ने बताया कि दोनों पर राजधानी में इसी तरह की चोरी की कई घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों में से एक जानबूझकर किसी व्यक्ति से टकराता और झगड़ा शुरू करता था, जबकि इस बीच उसका साथी चुपके से नकदी या कीमती सामान चुरा लेता था और फिर दोनों घटनास्थल से भाग जाते थे।
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह मुख्य रूप से भीड़-भाड़ या लगभग सुनसान क्षेत्रों में राहगीरों को निशाना बनाता था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “इस गिरोह का तरीका तब सामने आया जब बड़ाहिंदू राव इलाके के पास क्रिसमस के दिन की चोरी की एक घटना की जांच की जा रही थी, जिसमें फरीदाबाद के 55 वर्षीय कार डीलर के 40,000 रुपये नकद चोरी हो गए थे।”
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने टकराने के बाद झगड़ा करके ध्यान भटकाने का नाटक किया। उन्होंने कहा कि जैसे ही पीड़ित व्यक्ति का ध्यान भटका, नकदी उसकी जेब से निकाल ली गई।
उन्होंने बताया कि पीड़ित ने बाद में पैसे गायब होने का पता चलने पर एक प्राथमिकी दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विश्लेषण करके यह पता लगाया कि आरोपियों ने भागने के लिए किस मार्ग का इस्तेमाल किया।
उन्होंने बताया कि चेहरे की पहचान तकनीक की मदद से आरोपियों में से एक की पहचान हनी के रूप में हुई, जो सदर बाजार इलाके का कुख्यात अपराधी है।
अधिकारी ने कहा, “हनी और उसका साथी बादल, दोनों को 27 दिसंबर की रात उनके घर के पास से गिरफ्तार किया गया। उनसे चोरी किए गए पैसे भी बरामद किए गए हैं।”
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्होंने इसी तरीके का उपयोग करके चोरी की कई घटनाएं की थीं। पुलिस ने बताया कि आगे की जांच की जा रही है।
भाषा अमित संतोष
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