केंद्रीय मंत्री ने एनएमए को देश की समकालिक जरूरतों के अनुरूप खुद को ढालने कहा

केंद्रीय मंत्री ने एनएमए को देश की समकालिक जरूरतों के अनुरूप खुद को ढालने कहा

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  • Publish Date - September 10, 2021 / 07:14 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:49 PM IST

नयी दिल्ली, 10 सितंबर (भाषा) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने शुक्रवार को सर्वेक्षण करने वाले प्राधिकारों से समन्वित प्रौद्योगिकी अपनाने को कहा और ‘नेशनल सर्वेयिंग एंड मैपिंग एजेंसी’ (एनएमए) से खुद को देश की जरूरतों के अनुरूप ढालने की अपील की।

उन्होंने सर्वेक्षण अधिकारियों से लीक से हट कर चलने और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो),भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी), पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सागर प्रौद्योगिकी जैसे अन्य संबद्ध विभागों के साथ करीबी समन्वय के साथ काम करने को कहा, ताकि कहीं अधिक सार्थक परिणाम मिल सके।

एनएमए के राष्ट्रीय मुख्यालय के दौरे पर सिंह ने कहा कि भारतीय सर्वेक्षण विभाग का 250 साल पुराना इतिहास है।

उन्होंने कहा कि यह हर किसी की जिम्मेदारी है कि पिछले सात वर्षों में की गई नयी प्रौद्योगिकी नवोन्मेष के दौर को आगे बढ़ाया जाए।

मंत्री ने एक संयुक्त कार्य बल के जरिए पहल को आगे बढ़ाने के लिए एनएमए अधिकारियों की सभी विज्ञान मंत्रालयों एवं विभागों के प्रतिनिधियों के साथ एक संयुक्त बैठक करने का निर्देश भी जारी किया।

उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा भू-स्थानिक डेटा और नक्शा सहित भू-स्थानिक सेवाएं हासिल करने का फैसला लिए जाने के बाद हुई प्रगति की भी समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि भारतीय सर्वेक्षण विभाग को कहीं अधिक तेजी से खुद में तब्दीली लानी होगी और इसका कोई और विकल्प नहीं है।

भाषा

सुभाष पवनेश

पवनेश