भारतीय फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स पर अमेरिका ने नहीं लगाया है कोई अतिरिक्त शुल्क : सरकार

भारतीय फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स पर अमेरिका ने नहीं लगाया है कोई अतिरिक्त शुल्क : सरकार

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  • Publish Date - August 12, 2025 / 07:18 PM IST,
    Updated On - August 12, 2025 / 07:18 PM IST

नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) सरकार ने मंगलवार को संसद में कहा कि फार्मास्यूटिकल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में अमेरिका को भारत से किये जाने वाले निर्यात पर अब तक कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगाया गया है।

लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने बताया कि भारत से अमेरिका को निर्यात किये जाने वाले कुछ वस्तुओं पर 25 प्रतिशत की दर से पारस्परिक टैरिफ (शुल्क) लगाया गया है, जो सात अगस्त से प्रभावी है।

उन्होंने कहा कि एक अनुमान के तहत अमेरिका को भारत से निर्यात किये जाने वाले कुल माल का लगभग 55 प्रतिशत इस पारस्परिक टैरिफ के अधीन है। उन्होंने बताया कि भारत से निर्यात किये जाने वाले कुछ माल पर 27 अगस्त से 25 प्रतिशत का अतिरिक्त मूल्यानुसार शुल्क लगाया गया है।

प्रसाद ने सदन को बताया, ‘‘अब तक फार्मास्यूटिकल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में अमेरिका को भारत से किये जाने वाले निर्यात पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगाया गया है।’’

उन्होंने यह भी जानकारी दी कि सरकार अमेरिका द्वारा लगाए गए पारस्परिक शुल्कों के प्रभाव के आकलन पर प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए निर्यातकों और उद्योग सहित सभी हितधारकों के साथ बातचीत कर रही है।

प्रसाद ने बताया, ‘‘सरकार किसानों, श्रमिकों, उद्यमियों, निर्यातकों, एमएसएमई और उद्योग के सभी वर्गों के कल्याण की रक्षा और संवर्धन को सर्वोच्च महत्व देती है।’’

उन्होंने बताया कि भारत, अमेरिका के साथ भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर चर्चा में शामिल है, जिसका उद्देश्य टैरिफ स्थिरता और दीर्घकालिक व्यापार पूर्वानुमान के माध्यम से व्यापार और निवेश का विस्तार करना है।

मार्च 2025 से बातचीत चल रही है और अब तक पांच दौर की वार्ता हो चुकी है। पिछली वार्ता 14 से 18 जुलाई तक वाशिंगटन में हुई थी। छठे दौर की वार्ता के लिए अमेरिकी टीम 24 अगस्त को भारत आने वाली है।

मंत्री ने एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सरकार भारत से निर्यात पर अमेरिका द्वारा लगाए गए अतिरिक्त शुल्कों के प्रभाव पर लगातार नजर रखे हुए है।

उन्होंने बताया कि वाणिज्य विभाग निर्यात संवर्धन और विविधीकरण उपायों के माध्यम से इस प्रभाव को कम करने में मदद के लिए हितधारकों के साथ बातचीत कर रहा है।

भाषा सुभाष अविनाश

अविनाश

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