सेक्स टॉय का इस्तेमाल करना शख्स को पड़ा भारी, डॉक्टरों ने गैस कटर से बचाई जान

सेक्स टॉय का इस्तेमाल करना शख्स को पड़ा भारी, डॉक्टरों ने गैस कटर से बचाई जान

सेक्स टॉय का इस्तेमाल करना शख्स को पड़ा भारी, डॉक्टरों ने गैस कटर से बचाई जान
Modified Date: November 29, 2022 / 08:22 pm IST
Published Date: January 31, 2020 2:28 pm IST

मुंबई। मुंबई में एक शख्स को दर्द से कराहते हुए गंभीर अवस्था में जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जब डॉक्टरों ने उसे देखा तो यह समझ नही आ रहा था कि इस शख्स की जान कैसे बचाई जाए। इस शख्स ने यौन उत्तेजना के लिए सेक्स टॉय का इस्तेमाल करना शुरू ​किया था। एक लोहे की रिंग का इस्तेमाल कर रहे इस शख्स का प्राइवेट पार्ट 3 एमएम की रिंग में फंस गया था। इस केस के सामने आने के बाद जेजे अस्पताल के चिकित्सकों ने सर्जरी कर किसी तरह उसके प्राइवेट पार्ट को बाहर निकाला।

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डॉक्टरों के मुताबिक, मुंबई के रहने वाले एक शख्स ने यौन उत्तेजना बढ़ाने के लिए एक मेटल रिंग का इस्तेमाल शुरू किया था। इस दौरान उसका प्राइवेट पार्ट इस रिंग में फंस गया। हालांकि शर्म के कारण इस शख्स ने अपने परिवार को यह सोचकर कुछ नहीं बताया कि वह किसी तरह अपने प्राइवेट पार्ट को रिंग से बाहर निकाल लेगा। हालांकि ऐसा हुआ नहीं और उसकी हालत बिगड़ गई।

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जेजे अस्पताल में यूरॉलाजी विभाग के चिकित्सकों ने पहले रिंग को तमाम चिकित्सकीय तरीकों से बाहर निकालने का प्रयास किया। हालांकि जब बात नहीं बनी तो अस्पताल के चिकित्सकों ने पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी से मदद मांगी। जिसकी मदद से रिंग को गैस कटर से काटकर प्राइवेट पार्ट को इससे बाहर निकाला जा सका। चिकित्सकों ने कहा कि उक्त शख्स की जान बचाने के लिए उन्हें एक बड़ी सर्जरी करनी पड़ी, जिसके बाद किसी तरह उसकी जान बच गई।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com