कोलकाता, 28 दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले में रविवार को एक बूथ-स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) मृत पाया गया, जिसके बाद इन आरोपों को बल मिलने लगा है कि मतदाता सूची में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से संबंधित काम के दबाव ने इसमें मुख्य भूमिका निभाई हो सकती है।
यह घटना रानीबांध ब्लॉक में हुई, जहां रविवार सुबह एक स्कूल के परिसर से हराधन मंडल का शव बरामद किया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘मंडल पेशे से स्कूल शिक्षक थे और वह रानीबांध ब्लॉक के रजकाटा क्षेत्र के अंतर्गत बूथ संख्या 206 के बीएलओ के रूप में कार्यरत थे।’’
अधिकारी के अनुसार, मौके से मृतक के हस्ताक्षर वाला एक लिखित नोट बरामद हुआ है, जिसमें कथित तौर पर उन्होंने काम के दबाव को झेलने में असमर्थ होने का जिक्र किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने (सुसाइड) नोट को जब्त कर लिया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।’’
अधिकारी के अनुसार, पुलिस ने मंडल की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है।
अधिकारियों का कहना है कि मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो दिसंबर को दावा किया था कि राज्य में एसआईआर के कारण हो रही घबराहट और आत्महत्याओं के चलते अब तक चार बीएलओ सहित 39 आम नागरिकों की मौत हो चुकी है।
राज्य में एसआईआर प्रक्रिया चार नवंबर से शुरू हुई थी।
भाषा प्रचेता सुरेश
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