कोलकाता, 29 अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल विधानसभा के उपाध्यक्ष सुकुमार हंसदा का बृहस्पतिवार को कोलकाता के एक निजी अस्पताल में कैंसर के कारण निधन हो गया।
अस्पताल सूत्रों ने यह जानकारी दी।
वह 66 साल के थे। उनके परिवार में पत्नी, बेटा, और दो बेटियां हैं।
विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने बताया कि हंसदा के इस साल के शुरू में प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित होने का पता चला था और पिछले कुछ महीनों से उनका इलाज चल रहा था।
झाड़ग्राम से दो बार के विधायक रहे हंसदा पश्चिमांचल उन्नयन मंत्री भी रह चुके हैं।
बनर्जी ने बताया कि उन्हें पहले शहर के सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था और कुछ दिन पहले निजी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था।
पेशे से डॉक्टर हंसदा दिसंबर 2018 में विधानसभा के उपाध्यक्ष बने थे। यह पद हैदर अजीज़ का उम्र संबंधी बीमारियों की वजह से निधन होने के कारण खाली हो गया था।
हंसदा झाड़ग्राम और पश्चिम मेदिनीपुर जिलों में तृणमूल कांग्रेस का प्रतिष्ठित आदिवासी चेहरा थे।
उन्हें पार्टी के संगठन में पिछली बार किए गए फेरबदल के बाद तृणमूल कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया था।
पार्टी के 2016 में सत्ता में दूसरी बार आने के बाद हंसदा को कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया था।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके निधन पर अफसोस जाहिर किया है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल विधानसभा के उपाध्यक्ष एवं झाड़ग्राम के विधायक सुकुमार हंसदा के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। वह एआईटीसी (ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस) के राज्य उपाध्यक्ष के तौर पर भी सेवा दे रहे थे। लोगों के प्रति उनकी अथक सेवा को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।’
पश्चिम बंगाल सरकार ने ऐलान किया है कि हंसदा के निधन की वजह से दिन में राज्य के सभी सरकारी दफ्तरों पर राष्ट्रीय ध्वज शोक के तौर पर आधा झुका रहेगा।
भाषा
नोमान मनीषा
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