आपदा के बीच कैसे होगा ‘प्रबंधन’…क्या होगा 18 लाख से अधिक छात्रों का…कैसे देंगे NEET परीक्षा?
(NEET exam) :- बारिश के इस मौसम में देश के अधिकांश कई जिले बाढ से प्रवाभित है। जहां इस आपदा से सैकडों लोग अपनी जान गवां चुके है वहीं हजारों लोग बेघर हो गए है। अभी तो पूरे देश के अंदर पानी के अलावा कुछ नजर ही नहीं आ रहा है। नदियां अपने जल स्तर से काफी ज्यादा उफान पर है। जिनकी वजह से कई जिले और प्रदेशों का संपर्क आपस में टूट गया है। वहीं दूसरी ओर विद्यार्थियों का भविष्य खतरें में नजर आ रहा है क्योंकि 17 जुलाई को नीट की परीक्षा आयोजित की गई है लेकिन ऐसे हालातों के बीच बच्चें कैसे परीक्षा दे यह समझ के परे है। जिलों और प्रदेशों के आपस में संपर्क टूटने से आवागमन और परिवहन प्रवाभित हो गए है। इस बात को लेकर असमंजस की स्थिति है कि इस आपदा के बीच इतनी महत्वपूर्ण परीक्षा का आयोजन कैसे हो पाएगा। वहीं देखा जाए तो दिल्ली हाईकोर्ट ने भी गुरूवार को नीट यूजी को टालने की याचिका को खारिज कर दिया है।
तबाही से घिरे राज्य
NEET exam : हो रही बाढ से तबाही ने पूरे देश को परेशानी में डाल दिया है। अगर तबाही की बात करें तो अभी महाराष्ट्र,गुजरात,असम,बिहार,केरल,सहित कई राज्य बाढ की चपेट में है। वहीं मौसम विभाग ने अन्य दूसरे राज्यों को पहले ही अलर्ट कर दिया है। बाढ की वजह से जहों लोगों का घर तवाह हुआ हो और आवगमन रूक गया हो ऐसे में उनके बच्चे या उस राज्य के बच्चे नीट की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र तक कैसे पहुंच पाएंगे।
नीट यूजी 2022 की में 18 लाख से अधिक आवेदन
NEET exam : एनटीए द्वारा आयोजित की जाने वाली नीट यूजी 2022 परीक्षा के लिए 18 लाख से अधिक छात्रों ने आवेदन किया हैं। इस परीक्षा के माध्यम से ही छात्रों का डॉक्टर बनने का सपना पूरा हो पाता है। आवेदन परीक्षा के मामले में यह सबसे प्रमुख और बडी परीक्षा है। देश के कोने-कोने से छात्र इस परीक्षा में भाग लेते है। देश में इस परीक्षा के 543 केन्द्र बनायें गए है।
और भी लेटेस्ट और बड़ी खबरों के लिए यहां पर क्लिक करें-

Facebook



