Gujarat Bridge Accident | Photo Credit: IBC24
नई दिल्ली: Gujarat Bridge Accident गुजरात के वडोदरा से आज एक दुखद खबर सामने आई। महिसागर नदी पर बना 40 साल पुराना गंभीरा पुल अचानक ढह गया, जिसके कारण कई वाहन नदी में जा गिरे। इस हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और कई लोग घायल हैं। गंभीरा पर गंभीर हादसे की जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा? कौन इन मौतों का जिम्मेदार? ये केवल सवाल नहीं हादसे का दर्द है।
Read More: चांदी के बाद अब सोना भी हुआ सस्ता, 10 ग्राम का ताजा भाव जानकर रह जाएंगे दंग!
Gujarat Bridge Accident बुधवार सुबह करीब 7:30 बजे, वडोदरा में बड़ा हादसा हुआ। पाड्रा-मुजपुर इलाके में गंभीरा पुल का एक हिस्सा अचानक ढह गया। ये पुल मध्य गुजरात को सौराष्ट्र से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण रास्ता था। हादसे के समय पुल पर दो ट्रक, एक SUV, एक पिकअप वैन और एक ऑटो-रिक्शा गुजर रहे थे, जो नदी में जा गिरे।
1985 में बना ये 900 मीटर लंबा पुल आनंद और वडोदरा जिलों को जोड़ता था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इसकी मरम्मत और रखरखाव पर लंबे समय से ध्यान नहीं दिया गया। इधर, गुजरात के मंत्री रुशिकेश पटेल ने कहा कि पुल का रखरखाव समय-समय पर किया जाता था, लेकिन इस हादसे ने सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसे पर कांग्रेस हमलावर है। कांग्रेस ने गुजरात मॉडल को भ्रष्टाचार का दूसरा नाम बता दिया।
पीएम मोदी ने हादसे पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं। सड़क और भवन विभाग के विशेषज्ञों की एक टीम हादसे के कारणों की जांच कर रही है। ये हादसा गुजरात में हाल के सालों में हुआ दूसरा बड़ा पुल हादसा है। 2022 में मोरबी में एक निलंबन पुल ढहने से 135 लोगों की मौत हुई थी। गंभीरा पुल हादसे ने एक बार फिर आधारभूत सुरक्षा और रखरखाव पर सवाल उठाए हैं।