नई दिल्ली। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा हैं इस वीडियो में योगी को अपने माथे पर राख लगाते हुए देखा जा सकता है। इसे शेयर करने वाले लोग ऐसा कह रहे हैं कि सीएम योगी एक शहीद पुलिस कांस्टेबल की राख को अपने माथे पर लगा रहे हैं।
बीजेपी युवा मोर्चा (बागपत) के पूर्व जिला अध्यक्ष अनिल तोमर ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में शहीद हुए पुलिस कांस्टेबल के राख को सर माथे पर लगाते हमारे माननीय मुख्यमंत्री योगी महाराज जी”
लेकिन फैक्ट चेक में यह पाया गया है कि वायरल वीडियो साल 2022 की होली का है। इसमें सीएम योगी होलिका दहन के बाद उसकी राख अपने माथे पर लगा रहे थे।
कीवर्ड्स सर्च की मदद से ये वीडियो ‘स्पीड मीडिया नेटवर्क’ नाम के एक फेसबुक पेज पर मार्च 2022 के एक पोस्ट में पाया गया है। इसमें वीडियो के साथ लिखा है, “होलिका दहन के बाद का संस्कार को पालन कर उसके राख को माथे लगाते गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ”
बस यही फ़र्क है एक दिन के हिन्दू बनने में, और सनातनी हिंदू के जो कर्म – धर्म से परंपरा का पालन हमेशा करते हैं….#योगी_आदित्यनाथ ने होलिका दहन के बाद राख को माथे पर लगाया.. #परंपरा pic.twitter.com/gOTbP6Doo7
— Sameer Dixit (@sameerdixit16) March 22, 2022
वहीं यह वीडियो ‘टाइम्स ग्रुप’ से जुड़े पत्रकार समीर दीक्षित के एक ट्वीट में मिला है, 22 मार्च, 2022 के इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंदू धर्म की परंपरा का पालन करते हुए होलिका दहन के बाद उसकी राख को अपने माथे पर लगाया।
साल 2022 में सीएम योगी होली के अवसर पर अपने गृह जनपद गोरखपुर गए थे। गोरखपुर का बाबा गोरखनाथ मंदिर भारत के प्राचीन मंदिरों में से एक है, जहां हर साल की तरह 2022 में भी सीएम योगी होली से जुड़े विशेष धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुए थे।
मार्च 2022 की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि गोरखपुर में होलिका दहन की राख को माथे पर लगा कर होली की शुरुआत करने की परंपरा है। इस रिपोर्ट में सीएम योगी की माथे पर राख लगाने की एक तस्वीर भी मौजूद है। साथ ही, एक अन्य रिपोर्ट में लिखा है कि सीएम योगी ने गोरखपुर मंदिर में हुए होलिका दहन के बाद उसकी राख को वहां मौजूद साधुओं और सभी लोगों के माथे पर लगाया था।
प्रयागराज में बीएसपी के तत्कालीन विधायक राजू पाल की साल 2005 में हत्या कर दी गई थी। इसके 18 साल बाद इस मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल की प्रयागराज में 24 फरवरी 2023 को कुछ हमलावरों ने गोली बरसा कर उनकी हत्या कर दी। इस हमले के दौरान उनकी सुरक्षा में तैनात दो गनर भी घायल हो गए थे, जिसमें से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने अब तक इस मामले में 4 संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
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