Terror of stray dogs in raipur: रायपुर में आवारा कुत्तों ने 6 साल के बच्चे को नोचा, शरीर में हुए सैकड़ों छेद |

Terror of stray dogs in raipur: रायपुर में आवारा कुत्तों ने 6 साल के बच्चे को नोचा, शरीर में हुए सैकड़ों छेद

Terror of stray dogs in raipur: करीब 10 मिनट तक कुत्ते उसे नोचते रहे। बच्चे के साथ खेल रहे अन्य बच्चों ने जब यह खौफनाक मंजर देखा तो उन्होंने शोर मचाया और तुरंत बच्चे के पिता को सूचना दी।

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Reported By: Sandeep Shukla

Modified Date: February 18, 2025 / 11:39 PM IST
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Published Date: February 18, 2025 11:31 pm IST
HIGHLIGHTS
  • बच्चे का सिर और पीठ बुरी तरह जख्मी
  • कुत्तों ने बच्चे के शरीर को नोच डाला
  • घटना के वक्त बच्चा घर के बाहर खेल रहा था

रायपुर: Terror of stray dogs in raipur, रायपुर शहर में बीते दिनों डॉग बाइट का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया। दलदल सिवनी के आर्मी चौक के पास छह वर्ष के मासूम बासु कश्यप को तीन आवारा कुत्तों ने 10 मिनट तक नोच-नोच कर काटा, और बच्चे के सिर से चमड़ी का बड़ा हिस्सा खा लिया। बच्चे का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है।

इस घटना के साथ प्रशासनिक असंवेदनशीलता भी सामने आई है, पांच दिन बाद भी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए कोई नहीं पहुंचा है । बच्चे के सिर में बड़े जख्म के साथ शरीर में दांत के 100 से ज्यादा छेद के निशान है। वहीं, कुत्तों ने पीठ का मांस भी कुत्ते नोच डाला है। बच्चे के पिता ने बताया 13 फरवरी की शाम बच्चा अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था, तभी आवारा कुत्तों ने बच्चे पर हमला कर दिया, जिसे देखकर दूसरे बच्चे रोते हुए बच्चे के पिता के पास पहुंचे।

शाम के वक्त अंधेरे में दौड़ते हुए बच्चे का पिता जब मौके पर पहुंचे तो देखकर वे अचंभित हो गए। पहले तो उन्हें समझ ही नहीं आया कि बच्चा किधर है, क्योंकि कुत्ते लगातार बच्चे को नोच-नोचकर खा रहे थे। इस बीच उन्होंने बड़ी मुश्किल से कुत्तों के चंगुल से बच्चे को बचाया और अस्पताल ले गए। फिलहाल बच्चे का एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है, लेकिन प्रशासन से अब तक कोई मदद नहीं पहुंची है।

मिली जानकारी के अनुसार बच्चा मजदूर ठेकेदार परिवार से आता है, जिसके चलते स्वजन को निजी अस्पताल में उपचार कराने के लिए भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। शासन से अब तक कोई मदद नहीं मिली है। वहीं बच्चे पर हमला करने वाले आवारा कुत्ते अभी भी मोहल्ले में घूम रहे हैं, मोहल्ले वाले खौफजदा हैं। निगम की टीम अभी तक मौके पर नहीं पहुंची है।

स्थानीय लोगों में आक्रोश

इलाके के निवासियों का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है। पहले भी आवारा कुत्ते कई लोगों पर हमला कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। स्थानीय लोग बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और जल्द से जल्द कुत्तों के आतंक से राहत पाने की मांग कर रहे हैं।

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1. रायपुर में आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या के पीछे क्या कारण हैं?

आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ने का मुख्य कारण उनका अनियंत्रित प्रजनन, पर्याप्त नसबंदी कार्यक्रमों की कमी, और कचरे की आसान उपलब्धता है, जिससे उन्हें भोजन मिलता रहता है।

2. इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन क्या कदम उठा सकता है?

प्रशासन नसबंदी और टीकाकरण कार्यक्रम को सख्ती से लागू कर सकता है, कुत्तों के लिए आश्रय गृह बना सकता है, और आवारा कुत्तों को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी योजनाएं लागू कर सकता है।

3. अगर किसी को आवारा कुत्ते काट लें तो तुरंत क्या करना चाहिए?

घाव को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और एंटी-रेबीज वैक्सीन लें। स्थानीय प्रशासन या नगर निगम को घटना की सूचना दें।

4. क्या नगर निगम इस समस्या को हल करने के लिए कुछ कर रहा है?

नगर निगम आमतौर पर नसबंदी कार्यक्रम और कुत्तों को पकड़ने की मुहिम चलाता है, लेकिन इसकी गति और प्रभावशीलता को लेकर लोगों में असंतोष रहता है।