Ahmedabad Plane Crash: सीट समेत प्लेन से बाहर गिरे थे रमेश विश्वास, प्लेन क्रैश में कैसे जिंदा बचे? आप भी जानिए

Ahmedabad Plane Crash विश्वास भारत में अपने परिवार से मिलकर लंदन वापस लौट रहे थे और लंदन जा रही एयर इंडिया फ्लाइट की सीट नंबर 11A पर बैठे थे। यह सीट एक खिड़की वाली सीट है, रिपोर्ट के मुताबिक, पंक्ति 11 एक आपातकालीन पंक्ति है।

Ahmedabad Plane Crash: सीट समेत प्लेन से बाहर गिरे थे रमेश विश्वास, प्लेन क्रैश में कैसे जिंदा बचे? आप भी जानिए

Ahmedabad Plane Crash, image source: pti

Modified Date: June 13, 2025 / 06:16 pm IST
Published Date: June 13, 2025 6:14 pm IST
HIGHLIGHTS
  • एक तेज आवाज़ हुई और फिर प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया
  • शायद मैं सीट सहित नीचे गिर गया था ; रमेश
  • सीने, आंख और पैर में चोटें आई

Ahmedabad Plane Crash: बीते दिन गुरूवार को अहमदाबाद में प्लेन क्रैश में मात्र एक यात्री की जान बची है। इसे कुदरत का करिश्मा ही माना जा रहा है। एक मात्र जिंदा बचे इस शख्स का नाम विश्वास कुमार रमेश (39) है जो कि भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं। जिसने मीडिया को बताया कि उड़ान भरने के मात्र 30 सेकंड बाद एक तेज आवाज हुई और फिर प्लेन क्रैश हो गया था।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विश्वास भारत में अपने परिवार से मिलकर लंदन वापस लौट रहे थे और लंदन जा रही एयर इंडिया फ्लाइट की सीट नंबर 11A पर बैठे थे। यह सीट एक खिड़की वाली सीट है, रिपोर्ट के मुताबिक, पंक्ति 11 एक आपातकालीन पंक्ति है। इसमें सीट 11A इमरजेंसी एग्जिट के ठीक बगल में होती है।

हादसे के बारे में जानकारी देते हुए रमेश ने बताया कि उड़ान भरने के तीस सेकंड बाद, एक तेज आवाज़ हुई और फिर प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह सब इतनी जल्दी हुआ कि पता ही नहीं चला, जब मैं उठा, तो मेरे चारों तरफ लाशें बिखरी हुई थीं। मैं डर गया, मैं खड़ा हुआ और भागा। किसी ने मुझे पकड़ लिया और एम्बुलेंस में डालकर अस्पताल ले गया।

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शायद मैं सीट सहित नीचे गिर गया था

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विश्वास ने बताया कि उनकी सीट प्लेन के निचले हिस्से में थी, ऊपर के हिस्से में आग लग गई थी, कई लोग वहीं फंसे रह गए। उन्होंने याद करते हुए बताया, कि ‘मेरी सीट प्लेन के जिस हिस्से में थी, वो बिल्डिंग के निचले हिस्से से टकराया होगा। ऊपर के हिस्से में आग लग गई थी, कई लोग वहीं फंसे रह गए। शायद मैं सीट सहित नीचे गिर गया था, मैं जैसे-तैसे निकल पाया। दरवाजा टूट गया था, और सामने कुछ खाली जगह दिखी, तो निकलने की कोशिश की। वे बताते हैं कि दूसरी साइड पर दीवार थी, वहां से शायद कोई नहीं निकल सका”

विश्वास ने और आगे बताया कि ”मैं पता नहीं कैसे बच गया। मेरी आंखों के सामने ही दो एयर होस्टेस, एक अंकल-आंटी और सबकुछ जल रहा था। जब आग लगी तो मेरा बायां हाथ बुरी तरह जल गया, फिर एंबुलेंस मुझे अस्पताल लेकर गई।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रमेश अपनी पत्नी और बच्चों के साथ ही 20 साल से लंदन में रह रहे हैं। वे अपने परिवार से मिलने के लिए कुछ दिनों के लिए भारत आए थे और अपने भाई अजय कुमार रमेश (45) के साथ यूके वापस जा रहे थे। जो प्लेन में अलग पंक्ति में बैठे थे। अब तक उनका पता नहीं चल पाया है।

सीने, आंख और पैर में चोटें आई

गौरतलब है कि रमेश का इलाज जारी है, उन्हें सीने, आंख और पैर में चोटें आई हैं। उसके शरीर पर कई चोटें थीं, लेकिन अब वह खतरे से बाहर है। रमेश ने एक डॉक्टर को बताया कि प्लेन के उड़ान भरने के तुरंत बाद प्लेन अचानक नीचे उतरने लगा और दो हिस्सों में बंट गया। जिससे वह बाहर आ गिरा और फिर जोरदार धमाका हुआ।

बता दें कि एयर इंडिया की फ्लाइट ‘AI171’ ने गुरुवार, 12 जून की दोपहर अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी। यात्रा शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद ही प्लेन एयरपोर्ट के पास एक सरकारी हॉस्पिटल के हॉस्टल के ऊपर क्रैश हो गया। इस प्लेन में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com