Live News and Updates 14th June 2025/ Image Source- IBC24 File
नईदिल्ली: Amit Shah on bijapur Naxal operation देश के गृहमंत्री अमित शाह ने एक्स पोस्ट कर बीजापुर में चलाए जा रहे नक्सल अभियान में शामिल सुरक्षाबलों की तरीफ की है। अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा है कि ”#NaxalFreeBharat के संकल्प में एक ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करते हुए सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद के विरुद्ध अब तक के सबसे बड़े ऑपरेशन में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कुर्रगुट्टालू पहाड़ (KGH) पर 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया।
जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहाँ आज शान से तिरंगा लहरा रहा है। कुर्रगुट्टालू पहाड़ PLGA बटालियन 1, DKSZC, TSC & CRC जैसी बड़ी नक्सल संस्थाओं का Unified Headquarter था, जहाँ नक्सल ट्रेनिंग के साथ-साथ रणनीति और हथियार भी बनाए जाते थे।”
अमित शाह ने आगे लिखा कि ”नक्सल विरोधी इस सबसे बड़े अभियान को हमारे सुरक्षा बलों ने मात्र 21 दिनों में पूरा किया और मुझे अत्यंत हर्ष है कि इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों में एक भी casualty नहीं हुई। खराब मौसम और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में भी अपनी बहादुरी और शौर्य से नक्सलियों का सामना करने वाले हमारे CRPF, STF और DRG के जवानों को बधाई देता हूँ। पूरे देश को आप पर गर्व है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम नक्सलवाद को जड़ से मिटाने के लिए संकल्पित हैं। मैं देशवासियों को पुनः विश्वास दिलाता हूँ कि 31 मार्च 2026 तक भारत का नक्सलमुक्त होना तय है।”
#NaxalFreeBharat के संकल्प में एक ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करते हुए सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद के विरुद्ध अब तक के सबसे बड़े ऑपरेशन में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कुर्रगुट्टालू पहाड़ (KGH) पर 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया।
जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहाँ आज शान से…
— Amit Shah (@AmitShah) May 14, 2025
Amit Shah on bijapur Naxal operation बता दें कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह और छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम ने मंगलवार को संयुक्त प्रेसवार्ता में बताया कि बीजापुर और नारायणपुर जिले में पिछले 21 दिनों से चल रहे व्यापक नक्सल विरोधी अभियान में अब तक 31 नक्सलियों को मार गिराया गया है। इनमें से 28 की पहचान हो चुकी है। अभियान के दौरान कुल 18 सुरक्षाबल घायल हुए हैं, हालांकि सभी अब खतरे से बाहर हैं।
अधिकारियों ने बताया कि यह ऑपरेशन एक रणनीतिक योजना के तहत 60 किलोमीटर लंबे और 5 से 20 किलोमीटर चौड़े कर्रेगुट्टा पहाड़ी क्षेत्र में चलाया गया। यह इलाका PLGA (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) बटालियन की टेक्निकल टीम का ठिकाना था। इस दौरान हिलटॉप पर बेस और हेलिपैड बनाए गए तथा ऑपरेशन की रियल टाइम मॉनिटरिंग की गई।
CRPF, कोबरा, एसटीएफ और डीआरजी के जवानों ने मिलकर इस अभियान को अंजाम दिया। सैकड़ों की संख्या में IED की जानकारी मिलने के कारण सुरक्षाबलों को बड़ी क्षति से बचाया जा सका। घायल जवानों के लिए एयर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई थी।