Dussehra 2025: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना संग मनाई विजयादशमी, जवानों से कही ये बड़ी बात…

गुजरात के भुज में विजयादशमी के पावन अवसर पर देश के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों के जवानों के साथ समय बिताया और उन्हें शुभकामनाएं दीं।

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  • Publish Date - October 2, 2025 / 06:30 AM IST,
    Updated On - October 2, 2025 / 06:30 AM IST

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HIGHLIGHTS
  • सेना के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मनाई विजयादशमी
  • गुजरात के भुज में जवानों के साथ मनाई विजयादशमी
  • सशस्त्र बलों के जवानों के साथ पारंपरिक बड़ाखाना में हुए शामिल

Dussehra 2025: गुजरात के भुज में विजयादशमी के पावन अवसर पर देश के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों के जवानों के साथ समय बिताया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पारंपरिक बड़ाखाना (सैनिकों के साथ सामूहिक भोज) में भाग लिया और जवानों की वीरता, समर्पण और देशभक्ति को सलाम किया।

अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने तेजी से बदलती तकनीक और उभरते खतरों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज का समय लगातार बदल रहा है और हमारे सामने आतंकवाद, साइबर हमला, ड्रोन युद्ध और सूचना युद्ध जैसी नई चुनौतियां खड़ी हो रही हैं। ऐसे खतरों से निपटने के लिए सिर्फ हथियार ही नहीं, बल्कि मानसिक शक्ति, अनुशासन और तकनीकी ज्ञान भी जरूरी है।

हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने का आह्वान

Dussehra 2025: राजनाथ सिंह ने जवानों से कहा कि वे लगातार प्रशिक्षण लेते रहें, नई तकनीकों को अपनाएं और हर परिस्थिति के लिए खुद को तैयार रखें। उन्होंने कहा कि युद्ध अब केवल मैदान में नहीं, बल्कि इंटरनेट, आसमान और जानकारी के स्तर पर भी लड़े जा रहे हैं। इसलिए हमें हर मोर्चे पर तैयार रहना होगा।

उन्होंने यह भी कहा, “जो सेना लगातार सीखती है और बदलते समय के अनुसार खुद को ढालती है, वही अजेय बनती है।”

विजयादशमी – सत्य की जीत का पर्व

विजयदशमी के अवसर पर रक्षा मंत्री ने इसे सत्य पर असत्य, धर्म पर अधर्म और अच्छाई पर बुराई की जीत का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि हमारे जवान इस पर्व के सच्चे प्रतीक हैं जो हर दिन देश के लिए संघर्ष करते हैं, ताकि हम सभी सुरक्षित रह सकें।

भुज की धरती पर जवानों के साथ यह पर्व मनाना उन्होंने गर्व की बात बताई, क्योंकि यह क्षेत्र साहस और लचीलेपन के लिए जाना जाता है।

सैनिकों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता

Dussehra 2025: राजनाथ सिंह ने सैनिकों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके कल्याण, आधुनिकीकरण और परिवारों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह समर्पित है। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों का सम्मान और वर्तमान सैनिकों का मनोबल बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है।

विकसित भारत का सपना – सैनिकों के कंधों पर

रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत को एक मजबूत, आत्मनिर्भर और विकसित देश बनाने का सपना हमारे वीर सैनिकों के समर्पण और बलिदान पर आधारित है। उन्होंने कहा, “आपके साहस से ही देश हर दिन आगे बढ़ रहा है।”

21वीं सदी – भारत का युग

Dussehra 2025: अंत में, राजनाथ सिंह ने कहा कि यह सदी भारत की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि हमारी सेना जल्द ही दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में गिनी जाएगी।

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रक्षा मंत्री ने विजयदशमी कहाँ मनाई?

राजनाथ सिंह ने गुजरात के भुज में सशस्त्र बलों के जवानों के साथ विजयदशमी मनाई।

उनके भाषण में मुख्य संदेश क्या था?

उन्होंने जवानों से नई तकनीकें अपनाने, निरंतर प्रशिक्षण लेने और हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। Q3. उन्होंने कौन-कौन सी चुनौतियाँ बताईं?

उन्होंने कौन-कौन सी चुनौतियाँ बताईं?

आतंकवाद, साइबर हमला, ड्रोन युद्ध और सूचना युद्ध जैसी उभरती चुनौतियों पर जोर दिया।