CG News: नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को लिखा पत्र, भारतमाला परियोजना में भ्रष्टाचार की CBI से जांच की मांग

CBI inquiry of corruption in Bharatmala project: डॉ महंत ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि भारतमाला योजना के तहत जिन किसानों और जमीन मालिकों को मुआवजा दिया गया, उसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है।

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  • Publish Date - April 4, 2025 / 07:52 PM IST,
    Updated On - April 4, 2025 / 07:54 PM IST

CBI inquiry of corruption in Bharatmala project, image source: ibc24

HIGHLIGHTS
  • महंत ने विधानसभा में भी उठाया था सवाल
  • केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र
  • भ्रष्टाचार की बात कहते हुए CBI जांच की मांग की

रायपुर: CBI inquiry of corruption in Bharatmala project, नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना को लेकर बड़ा आरोप लगाते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में इस परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण मुआवजा वितरण में करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार की बात कहते हुए CBI जांच की मांग की है।

डॉ महंत ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि भारतमाला योजना के तहत जिन किसानों और जमीन मालिकों को मुआवजा दिया गया, उसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच से ही सच्चाई सामने आ सकती है और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकेगी।

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इस प्रकरण के सामने आने के बाद राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है। अब देखना होगा कि केंद्र सरकार इस मांग पर क्या रुख अपनाती है और क्या सीबीआई को जांच के आदेश दिए जाते हैं।

महंत ने विधानसभा में भी उठाया था सवाल

छत्तीसगढ़ में भारतमाला सड़क परियोजना के लिए अपनी जमीन देने के बदले किसानों को मुआवजे के रूप में वितरित धनराशि में 350 करोड़ रुपये की हेराफेरी का दावा करते हुए राज्य में विपक्ष के नेता चरण दास महंत ने बुधवार (12 मार्च, 2025) को विधानसभा में मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की थी।

विपक्ष ने यह भी मांग की कि अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाया जाना चाहिए और जब सरकार ने सीबीआई जांच या विधायकों की समिति से जांच कराने से इनकार कर दिया तो कांग्रेस विधायकों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया था।

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बता दें कि अब तक राज्य सरकार ने रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारे के लिए भूमि अधिग्रहण में कथित तौर पर 43.18 करोड़ रुपये की हेराफेरी के लिए एक उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) और अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। यह राजमार्ग केंद्र सरकार द्वारा कार्यान्वित भारतमाला परियोजना का एक हिस्सा है।

1. भारतमाला परियोजना में भ्रष्टाचार के आरोप किस पर लगाए गए हैं?

डॉ. चरणदास महंत ने आरोप लगाया है कि भारतमाला परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ में भूमि अधिग्रहण मुआवजा वितरण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। विशेष रूप से, किसानों और जमीन मालिकों को मुआवजे के वितरण में करोड़ों रुपए की हेराफेरी की गई है।

2. डॉ. चरणदास महंत ने केंद्र सरकार से क्या मांग की है?

डॉ. महंत ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच सीबीआई से कराई जाए ताकि मुआवजा वितरण में हुई अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की सच्चाई सामने आ सके और दोषियों पर कार्रवाई की जा सके।

3. क्या पहले भी यह मामला उठाया गया था?

हां, डॉ. महंत ने पहले भी विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था, जहां उन्होंने 350 करोड़ रुपये की हेराफेरी का दावा करते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी। इसके बाद, कांग्रेस विधायकों ने सरकार द्वारा सीबीआई जांच कराने से इनकार करने पर सदन से बहिर्गमन कर दिया था।

4. राज्य सरकार ने अब तक इस मामले में क्या कदम उठाए हैं?

राज्य सरकार ने रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारे के भूमि अधिग्रहण में 43.18 करोड़ रुपये की हेराफेरी के आरोप में एक उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) और अन्य अधिकारियों को निलंबित किया है।