Martyr Ashish Sharma: राजकीय सम्मान के साथ शहीद जवान आशीष शर्मा का अंतिम संस्कार, सीएम मोहन ने गृहग्राम पहुंचकर दी श्रद्धांजलि, किए ये ऐलान

बालाघाट के अमर शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा की नक्सली मुठभेड़ में वीरता और बलिदान को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुष्प चक्र अर्पित कर याद किया। दुर्गम कोहापानी जंगल में हुई मुठभेड़ और कठिन उपचार परिस्थितियों ने उनकी शहादत को और भी यादगार बना दिया।

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  • Publish Date - November 20, 2025 / 08:02 PM IST,
    Updated On - November 20, 2025 / 08:05 PM IST

Martyr Ashish Sharma / Image Source: X / @DrMohanYadav51

HIGHLIGHTS
  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा को श्रद्धांजलि दी।
  • मुठभेड़ रात कुर्रेझर-कोहापानी के दुर्गम जंगल में हुई, जहां पहुंचना कठिन था।
  • बालाघाट के अमर शहीद को मुख्यमंत्री ने पुष्प चक्र अर्पित कर याद किया।

Martyr Ashish Sharma: भोपाल/बालाघाटः छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से लोहा लेते हुए अपने प्राणों की आहूति देने वाले बालाघाट के इंस्पेक्टर आशीष शर्मा को आज अंतिम विदाई दी गई। उनके गृहग्राम में आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उन्हें शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा के पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि दुःख की इस घड़ी में सम्पूर्ण मध्यप्रदेश शोकाकुल परिजनों के साथ खड़ा है। शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा के शौर्य और बलिदान की गौरवगाथा सदैव स्मरणीय रहेगी। उनके साहस और समर्पण ने न केवल बलिदानी पुलिस अधिकारियों के लिए बल्कि पूरे प्रदेशवासियों के लिए प्रेरणा का काम किया है। उनके पैतृक गांव बोहानी में पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और परिजनों को ढांढस बंधाया गया। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि शहीद की स्मृति में गाँव में एक पार्क और स्टेडियम बनाया जाएगा और उनके छोटे भाई को सब-इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्ति दी जाएगी।”

बता दें कि बीती रात छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर कुर्रेझर-कोहापानी के दुर्गम जंगल में हुए नक्सली मुठभेड़ के दौरान बालाघाट के शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जानकारी के अनुसार उन्हें सुबह लगभग 5 बजे गोली लगी, लेकिन दुर्गम इलाके और कठिन परिस्थितियों के कारण उन्हें पांच घंटे तक तत्काल उपचार नहीं मिल सका। कोहापानी का जंगल पहाड़ों और नदी-नालों से घिरा अत्यंत दुर्गम क्षेत्र है, जहां वाहन या मोटरसाइकिल से पहुंचना असंभव है। इसी कारण घटना के समय की स्थिति का तुरंत पता लगाना बेहद कठिन रहा।

सर्वोच्च बलिदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा- सीएम यादव

इससे पहले सीएम मोहन यादव ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा था कि आज म.प्र. हॉक फोर्स के निरीक्षक श्री आशीष शर्मा नक्सलियों से मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए। मैं उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की संयुक्त टीम द्वारा छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के जंगलों में नक्सल विरोधी ऑपरेशन के दौरान उन्होंने अभूतपूर्व वीरता और साहस का प्रदर्शन किया। नक्सल उन्मूलन के राष्ट्रीय अभियान में उनका सर्वोच्च बलिदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा। उन्हें पूर्व में कर्तव्य के दौरान अदम्य साहस, असाधारण बहादुरी प्रदर्शित करने के लिए दो बार भारत सरकार द्वारा वीरता पदक से सम्मानित किया गया था।

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शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा किस घटना में घायल हुए थे?

वे कुर्रेझर-कोहापानी के दुर्गम जंगल में नक्सली मुठभेड़ के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए थे।

घटना के समय उपचार क्यों नहीं हो पाया?

इलाके की दुर्गमता और कठिन परिस्थितियों के कारण उन्हें पांच घंटे तक तुरंत इलाज नहीं मिल सका।

मुख्यमंत्री ने क्या किया?

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज उनकी पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।