15th August shayari : Independence day shayari 2021

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  • Publish Date - July 24, 2021 / 06:49 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:12 PM IST

15th August shayari

Apke liye khaas 15th august shayari hindi me, aap sabhi ko 15th August 2021 ki hardik subhkamnayen. Yeh Independence day shayari ap sab ke liye hai , ise apne mitro aur family ke sath jarur share kare. Jai Hind.

|| फांसी चढ़ गए और सीने पर गोली खाई,
हम उन शहीदों को प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश पर, हम उनको सलाम करते हैं !
स्‍वतंत्रता दिवस मुबारक हो ||

|| आजादी की कभी शाम न होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम न होने देंगे,
बची हो जब तक एक भी बूंद लहू की रगों में,
तब तक भारत मां का आंचल नीलाम न होने देंगे ||

|| लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा ,
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे ,
मेरा कि मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा ||

|| कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना,
कभी तपती धूप में जल के देख लेना,
कैसे होती हैं हिफाजत मुल्क की,
कभी सरहद पर खड़े जवानों को जाकर देख लेना ||

|| दे सलामी इस तिरंगे को,
जिस से तेरी शान हैं,
सिर हमेशा ऊंचा रखना इसका
जब तक दिल में जान है…।।
जय हिंद ||

|| कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना,
कभी तपती धूप में जल के देख लेना,
कैसे होती हैं हिफाजत मुल्क की,
कभी सरहद पर जा के देख लेना ||

|| कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान का है ||

|| जिस देश में पैदा हुए हो तुम, उस देश के अगर तुम भक्त नहीं
नहीं पिया दूध माँ का तुमने और बाप का तुम में रक्त नहीं ||

|| तिरंगा हमारा है शान-ए-जिंदगी
वतन परस्ती है वफा-ए-जमी,
देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें,
अखंड भारत के स्वप्न का जुनून है हमें ||

Hope apko yeh 15th august shayari acchi lagi hogi , ise apne dosto ke sath jarur share kre.