Katni Crime News: गांव के ही व्यक्ति ने रिटायरमेंट कर्मचारी के साथ की ऐसी हरकत, नहीं बचा मुंह दिखाने के लायक

Katni Crime News: गांव के ही व्यक्ति ने रिटायरमेंट कर्मचारी के साथ की ऐसी हरकत, नहीं बचा मुंह दिखाने के लायक

Katni Crime News | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • सेवानिवृत्त रेलकर्मी के खाते से 11 लाख की फर्जी निकासी
  • गुम हुई सिम का दुरुपयोग कर बैंक और यूपीआई ऐप्स से की गई ठगी
  • गांव के कियोस्क संचालक सहित तीन आरोपी गिरफ्तार

कटनी: Katni Crime News देश के कई हिस्सों में धोखाधड़ी का मामला आए दिन सामने आ रहे हैं। ठग आए दिन कई लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के कटनी जिले से सामने आया है। जहां ठग ने एक सेवानिवृत्त रेल कर्मचारी को अपना शिकार बनाया है। बताया जा रहा है कि ठग ने उनके खाते से करीब 11 लाख रुपए फर्जी निकासी की है।

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Katni Crime News मिली जानकारी के अनुसार, मामला बाकल थाना क्षेत्र का है। दरअसल, लालजी बर्मन जो की ग्राम बसेहड़ी के निवासी है। उन्होंने थाने में एक शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि उनके पिता प्रेमलाल बर्मन जो कि रेलवे विभाग से सेवानिवृत्त हो चुके है। किसी अज्ञात ने उनके खाते से करीब 10 से 11 लाख रुपए निकाल लिए हैं। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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डिजिटल ट्रैकिंग व मानवीय सूत्रों से जानकारी जुटाकर गांव के ही कियोस्क संचालक मनोहर लोधी को गिरफ्तार किया। मनोहर ने अपने दो साथियों रोहित लोधी (सिहुड़ी) और सौरभ लोधी (खमतरा) के साथ मिलकर पीड़ित की गुम हुई सिम का दुरुपयोग किया।

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तीनों आरोपियों ने मृतक रामकुमार लोधी के नाम से फर्जी अकाउंट खोलकर एयरटेल पेमेंट बैंक और फोन पे के जरिए बड़ी रकम ट्रांसफर की। जांच में यह भी सामने आया कि पैसे निकालने के लिए अलग-अलग मोबाइल और फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने आरोपियों से धोखाधड़ी में प्रयुक्त मोबाइल और दस्तावेज बरामद कर लिए हैं। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।

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यह मामला सिर्फ साइबर धोखाधड़ी का नहीं, बल्कि ग्रामीण स्तर पर डिजिटल सिस्टम की कमजोरियों का भी उदाहरण है। पुलिस की सक्रियता से यह बड़ा फ्रॉड समय रहते पकड़ा गया, लेकिन यह चेतावनी भी है कि डिजिटल लेन-देन में सतर्क रहना अब जरूरी नहीं, मजबूरी है।

सिम के गुम हो जाने पर क्या करना चाहिए ताकि "साइबर फ्रॉड" न हो?

सिम गुम होते ही सबसे पहले संबंधित टेलिकॉम कंपनी को सूचित करें और नंबर को तुरंत ब्लॉक करवाएं। इसके साथ ही बैंक को भी सूचना दें ताकि फ्रॉड रोका जा सके।

अगर किसी "साइबर फ्रॉड" का शिकार हो जाएं तो क्या करना चाहिए?

सबसे पहले नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर एफआईआर दर्ज कराएं, और cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें। जितनी जल्दी रिपोर्ट करेंगे, उतनी जल्दी कार्रवाई संभव है।

फोन पे या यूपीआई से पैसे निकलने पर क्या बैंक जिम्मेदार होता है?

अगर आपकी जानकारी के बिना पैसे निकले हैं और आपने समय पर रिपोर्ट की है, तो बैंक की साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत आपको कुछ राशि मिल सकती है। हर बैंक के नियम अलग होते हैं।